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Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर निर्माण पर बोले सांसद चाहर, काफी कम कीमत पर खरीदी गई जमीन

Ram Mandir Ayodhya भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा भ्रम फैलाकर कुछ लोग राममंदिर निर्माण की राह में लगा रहे रोड़ा। करोड़ों हिंदुओं की आस्था स्थली अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम राम का विश्व का सबसे भव्य मंदिर बनेगा।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 06:02 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 06:02 PM (IST)
Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर निर्माण पर बोले सांसद चाहर, काफी कम कीमत पर खरीदी गई जमीन
सांसद एवं भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर।

आगरा, जागरण संवाददाता। सांसद व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने कहा है कि कुछ लोग भ्रम फैलाकर भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण की राह में रोड़ा लगाने का प्रयास कर रहे हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अभी तक जितनी भूमि क्रय की है, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी है। आम आदमी पार्टी के नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह जैसे लोग उत्तर प्रदेश में राजनीति चमकाने के लिए नैतिकता व मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं।

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सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था स्थली अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम राम का विश्व का सबसे भव्य मंदिर बनेगा। उन्होंने कहा है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने स्पष्टीकरण भी दे दिया है कि राम मंदिर के निर्माण के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जमीनों के रेट बढ़े हैं। जिस भूखंड को लेकर चर्चा की जा रही है, वह भूखंड रेलवे स्टेशन के पास बहुत प्रमुख स्थान है। ट्रस्ट ने अभी तक जितनी भूमि क्रय की है, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी है। सभी बैनामा अनुबंध के अनुसार हुए हैं, किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है। सांसद ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब भगवान राम के मंदिर निर्माण में इस तरह के रोड़े लगाए जा रहे हैं। इतिहास गवाह है विपक्षी दलों, तथाकथित बुद्धिजीवियों एवं कट्टरपंथियों द्वारा समय-समय पर इस तरह के अवरोध उत्पन्न किए, भ्रांतियां फैलाईं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने तो वर्ष 2007 में सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दायर कर कहा था कि राम एक काल्पनिक पुरुष हैं। न्यायालय में 22 वकील खड़े किए थे, जिनका नेतृत्व कपिल सिब्बल कर रहे थे, इन सभी ने सर्वोच्च न्यायालय में फैसले को रोकने का प्रयास किया। सांसद ने कहा कि मुस्लिम-यादव समीकरण की राजनीति करने वाली समाजवादी पार्टी ने भी अपनी सरकार में वर्ष 1990 में कारसेवकों पर गोली चलवाईं।  


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