Tricolour on Monuments: कोरोना वारियर्स के सम्मान में, तिरंगी रोशनी में सजेंगे स्मारक
एएसआइ द्वारा चुने गए देश के 100 स्मारकों में आगरा सर्किल के छह स्मारक हैं शामिल। आगरा किला फतेहपुर सीकरी सिकंदरा गोविंद देव मंदिर मदन मोहन मंदिर और एत्माद्दौला पर डाली जाएगी रोशनी। कोरोना वारियर्स के सम्मान में होगा कार्यक्रम।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वारियर्स के सम्मान में, देश के स्मारक तिरंगी रोशनी में सजेंगे। 100 करोड़ वैक्सीन का लक्ष्य पूरा होने पर तिरंगे के तीनों रंगों की रोशनी स्मारकों पर डाली जाएगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने इस जश्न को खास बनाने के लिए देशभर से 100 स्मारकों को चुना है। इनमें आगरा सर्किल के छह स्मारक शामिल हैं। इन्हें रात में तिरंगी रोशनी में रोशन कर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से पर्यटकों को दिखाया जाएगा।
कोरोना काल में भारत ने आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाए। स्वदेशी वैक्सीन बनाकर देशवासियों को लगाई गई। वैक्सीनेशन की रफ्तार जिस तरह चल रही है, उससे उम्मीद है कि 13 या 14 अक्टूबर को 100 करोड़ वीं वैक्सीन लगाई जा सकती है। इस पल को खास बनाने और डेढ़ वर्ष से जान की परवाह न करते हुए सेवा में जुटे कोरोना वारियर्स के प्रति सम्मान व्यक्त करने की तैयारी एएसआइ ने की है। संस्कृति मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद एएसआइ की तैयारी देश के 100 स्मारकों को तिरंगी रोशनी में रोशन करने की है। एएसआइ के आगरा सर्किल में आने वाले छह स्मारक भी इसके लिए चुने गए हैं, जिनमें आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला और मथुरा स्थित गोविंददेव मंदिर और मदनमोहन मंदिर शामिल हैं। जिस दिन 100 करोड़ वीं वैक्सीन लग जाएगी, उस दिन शाम ढलने पर इन स्मारकों पर तिरंगी रोशनी डाली जाएगी। आगरा में कोई भी स्मारक रात में नहीं खुलता है, जिससे उनमें पर्यटकों को रात में प्रवेश नहीं दिया जा सकता है। इसलिए इस मोहक नजारे को दिखाने के लिए एएसआइ ने खास तैयारी शुरू कर दी है। वो इन स्मारकों के बाहर एलईडी स्क्रीन लगाएगा और उस पर इसका प्रसारण किया जाएगा। इससे पर्यटक भी इस जश्न में शामिल हो सकेंगे। स्मारकों को तिरंगी रोशनी में रोशन करने की ड्रोन से वीडियोग्राफी की जाएगी और उसे पीएमओ को भेजा जाएगा।
एएसआइ के आगरा सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि विभाग स्मारकों को तिरंगी रोशनी में सजाने को पूरी तरह तैयार है। आगरा में कोई स्मारक रात में नहीं खुलता है, इसलिए हम स्मारकों के बाहर एलईडी स्क्रीन लगाएंगे, जिससे पर्यटक इस नजारे को देख सकेंगे। अभी हमारे पास सूचना आई है, विस्तृत गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है।
एत्माद्दौला के प्रवेश द्वार को किया जाएगा रोशन
एत्माद्दौला सफेद संगमरमर से बना हुआ है और यमुना किनारे पर है। उसके ऊपर तिरंगी रोशनी डाले जाने पर कीड़े आकर्षित हो सकते हैं। इसके चलते एएसआइ ने एत्माद्दौला के प्रवेश द्वार को तिरंगी रोशनी में रोशन करने की योजना बनाई है।
ताजमहल नहीं हो सकता रोशन
ताजमहल को रोशन करने पर कीड़े आकर्षित हो सकते हैं। पूर्व में हुए अध्ययनों में ताजमहल को रात में रोशन करने के खिलाफ रिपोर्ट दी जा चुकी हैं। इसलिए एएसआइ ने ताजमहल के नाम पर विचार ही नहीं किया।