कोरोना संक्रमित बच्चों की जान ले रहा एमआइएससी
संक्रमित होने पर बच्चों में मामूली लक्षण दो सप्ताह बाद बिगड़ रही तबीयत एसएन मेडिकल कालेज में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज पर चर्चा
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमित बच्चों में हल्का बुखार आ रहा है, यह दो से तीन दिन में ठीक हो रहा है मगर, दो सप्ताह बाद तबीयत बिगड़ रही है। कोरोना संक्रमित बच्चों की मल्टी सिस्टम इन्फ्लैमटोरी सिड्रोम (एमआइएससी) से मौत हो रही है। इसे लेकर एसएन मेडिकल कालेज के कांफ्रेंस हाल में कोविड 19 के इलाज पर चर्चा की गई।
एसएन के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डा. राजेश्वर दयाल ने बताया कि कोरोना संक्रमित बच्चों की संख्या कम है। इनमें मामूली लक्षण देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमित बच्चों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। एसएन के बाल रोग विशेषज्ञ डा. नीरज यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमित बच्चों में हल्का बुखार आ रहा है। दो से तीन दिन में बुखार ठीक होने पर स्वजन डाक्टर से परामर्श नहीं ले रहे हैं। ऐसे में कुछ बच्चों में दो सप्ताह में शरीर के अन्य अंग प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों को एमआइएससी के साथ भर्ती किया जा रहा है। इसमें गुर्दा, हृदय सहित अन्य अंग प्रभावित हो चुके होते हैं। इससे बच्चों की मौत हो रही है। मेडिसिन विभाग के प्रो. मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि युवाओं में कोरोना के लक्षण पांच से आठ दिन में ठीक हो रहे हैं। मगर, उनके हृदय में संक्रमण बना रहता है, इससे ठीक होने के 10 से 15 दिन बाद हृदय गति रुकने से मौत होने लगी हैं। एसएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. संजय काला ने बताया कि कोरोना के इलाज में तमात बदलाव हो रहे हैं। प्लाज्मा थैरेपी, रेमडेसिवीर इंजेक्शन से इलाज पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करना चुनौती बना हुआ है। डा. अजीत चाहर ने कोरोना संक्रमित मरीजों की केस स्टडी पेश की। रेडियोलाजी विभाग के डा. हरि सिंह ने कोरोना संक्रमित मरीजों के सीटी स्कैन और एक्सरे पर चर्चा की। डा.अपूर्व जैन, डा. दिव्या श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
पांच साल तक के बच्चों में स्वजनों की देखरेख में लगाए मास्क
डा. राजेश्वर दयाल ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पांच साल तक के बच्चों को मास्क नहीं लगाना चाहिए। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बच्चों को मास्क लगा रहे हैं तो स्वजन की देखरेख में लगाएं। मास्क लगाने के बाद बच्चों को उछल कूद नहीं करने दें। कोरोना के लक्षण: हल्का बुखार 80 से 90 फीसद
स्वाद का पता न चलना: 30 से 40 फीसद