Move to Jagran APP

Migratory Birds in Agra: ताजनगरी में 'मेहमान' बना रहे हैं नये ठिकाने, यहां पर डाला रखा है डेरा

Migratory Birds in Agraग्वालियर रोड पर सेवला के आसपास का हेवीटाट प्रवासी पक्षियों को रुकने के लिए रास आ रहा है। यहां के तीन प्रकार के हेविटाट पक्षियों को आकर्षित करते हैं। यहां लगभग 80 एकड़ जमीन पर तीन प्रकार का प्राकृतिक हेवीटाट मौजूद है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 08:49 AM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 08:49 AM (IST)
Migratory Birds in Agra: ताजनगरी में 'मेहमान' बना रहे हैं नये ठिकाने, यहां पर डाला रखा है डेरा
यहां के तीन प्रकार के हेविटाट पक्षियों को आकर्षित करते हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा ताज के दीदार के लिए तो आकर्षित करता ही है इसके अलावा प्रवासी पक्षियों को परम्परागत ठिकानों के अलावा भी ताजनगरी में नये ठिकाने रास आ रहे हैं। ग्वालियर रोड पर सेवला के आसपास का हेवीटाट प्रवासी पक्षियों को रुकने के लिए रास आ रहा है। यहां के तीन प्रकार के हेविटाट पक्षियों को आकर्षित करते हैं।

loksabha election banner

यहां लगभग 80 एकड़ जमीन पर तीन प्रकार का प्राकृतिक हेवीटाट मौजूद है। जिसमें 20 एकड़ जमीन पर तालाब के रूप में वाटर बाॅडी है। इसके अतिरिक्त 30 एकड़ से अधिक जमीन पर झाडियों एवं बड़े पेड़ो का जंगल है। साथ ही कुछ हिस्सा कम पानी की आद्रभूमि से विस्तारित होता है। इस हेविटाट में प्रवासी पक्षियों के लिए भरपूर भोजन उपलब्ध रहता है। बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी के सदस्यों द्वारा इस स्थान का संरक्षण किया जा रहा है।

यूरोप, साइबेरिया व मध्य एशिया से है आगमन

जैव विविधता के संरक्षण एवं अध्ययन करने वाली संस्था बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी के अध्यक्ष डॉ के पी सिंह ने बताया कि इस स्थान पर यूरोप, साइबेरिया व मध्य एशिया के प्रवासी पक्षियों का आगमन होता है जिनमें मुख्य रूप से लेसर विशलिंग डक, कोम्ब डक, वेगटेल, नोर्दन शोवलर, ब्लूथ्रोट, लेशर व्हाइट थ्रोट, काॅमन कूट, ब्लैक विंग स्टिल्ट, रेड ब्रस्टिड फ्लाईकेचर, बुड सेन्डपाइपर, पेन्टेड स्टार्क, कोर्मोरेन्ट, हैरोन, रेड नेप्ड आइविश, ब्लैक हेडे आइविश अच्छी संख्या में पहुंचते हैं।

यहां प्रवासी पक्षियों सहित लगभग 80 प्रजातियों की पहचान हो चुकी है। जिनमें व्हाइट आई, सिल्वर विल्ड मुनिया, स्केली ब्रस्टिड मुनिया, इजिप्सीयन वल्चर, पर्पल हैरोन , ग्रे हेरोन, नाइट हैरोन, पोंड हैरोन, फ्लेमबैक बुडपैकर, ग्रेटर कूकल, ब्लैक बिटर्न, ऐशी प्रीनिया, प्लेन प्रीनिया, ब्राउन हेडेड बारबेट, कापर स्मिथ बारबेट, ब्रोन्ज विंग जैकाना, पाइड बुशचैट, टेलर बर्ड, ओरिएंटल मैगपाई रोबिन, इंडियन रोबिन, ब्राह्मिनी स्टरलिंग, रेड विन्टिड बुलबुल, पर्पल स्वेम्प हैन, मूर हैन, लिटिल ग्रीव, ग्लोसी आईबिश, रूफस ट्री पाई, ग्रे होर्नबिल, किंगफिशर, ग्रीन बी ईटर, ब्लैक ड्रोंगो, पर्पल सन बर्ड, ब्राउन राॅकचैट, लोंग टेल्ड श्राइक, वायर टेल्ड स्वैलो, ग्रे फ्रेंकलिन, रोज रिग्ड पैराकीट, ग्रीन पिजन, रेड वेटल्ड लेपविंग, शिकरा, एशियन कोयल, ब्लैक काइट प्रमुख रूप से मौजूद हैं ।

वेगटेल की पांच प्रजातियों को देखने पहुंच रहे हैं पक्षी प्रेमी

डॉ केपी सिंह ने बताया कि भारत में पाई जाने वाली वेगटेल की छः प्रजातियों में से इस स्थान पर पांच प्रजातियां सिट्रिन, ग्रे, वेस्टर्न यलो, व्हाइट ब्राउडेड एवं व्हाइट वेगटेल यहाँ आती हैं। पक्षी प्रेमी डाॅ देवाशीष भट्टाचार्य एवं डाॅ राजीव बंसल ने बताया कि इस स्थान पर आकर शहर के पास जंगल का अनुभव होता है। प्रकृति व पक्षी प्रेमियों के लिए एक आकर्षक स्थान बन गया है। पक्षियों को कैमरे में कैद करने शहर भर के फोटोग्राफर भी पहुँच रहे हैं। बाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर नवीन चंद्र एवं नितिश परिहार ने बताया कि यहां लेशर विशलिंग डक और काॅम्ब डक बहुत संख्या में हैं और फोटोग्राफी के लिए उचित दूरी पर हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.