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Online Platform: बंद सिनेमाघरों का धंधा न कर दें मंदा, पड़ न जाए परमानेंट ताला

कोरोना वायरस संक्रमण काल में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रहींं ज्‍यादातर फिल्मेें दर्शक भी मिल रहे भरपूर। आगरा में छह माह से बंद पडे़ हैं सिनेमाघर 1200 कर्मचारियों की रोजी-रोटी प्रभावित। सरकार से मांग अब खोलने की दी जाए अनुमति।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 06:14 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 06:14 PM (IST)
Online Platform: बंद सिनेमाघरों का धंधा न कर दें मंदा, पड़ न जाए परमानेंट ताला
आगरा-मथुरा हाईवे पर एसआरके मॉल। लॉकडाउन शुरू होने से लेकर अब तक यहां मल्‍टीप्‍लेक्‍स नहीं खोला गया है।

आगरा, गौरव भारद्वाज। अनलॉक में धीरे-धीरे सब खुल गया है। उद्योग-धंधे धीरे-धीरे पटरी पर आ रहे हैं। मगर, सिनेमाघराें से अभी भी पाबंदी नहीं हटी है। सिनेमाघर बंद होने के बाद भी बडे़-बडे़ बैनर की फिल्में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही हैं। उन्हें दर्शक भी मिल रहे हैं। ऐसे में छह माह से बंद चल रहे सिनेमाघरों के सामने नई परेशानी खड़ी हो गई है। सिनेमाघर संचालक सरकार से कोविड गाइडलाइन के अनुसार सिनेमाघर खोलने की अनुमति देनेे की मांग कर चुके हैं।

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छह माह से बंद पडे़ सिनेमाघरों को दर्शकों का इंतजार है। मगर, ये इंतजार कब खत्म होगा, अभी ये तय नहीं है। सिनेमाघर संचालकों का कहना है कि सरकार को सिनेमा इंडस्ट्री के बारे में भी कुछ सोचना चाहिए। ऑनलाइन फिल्में रिलीज हो रही हैं, दर्शक घर बैठकर ही इन फिल्माें का आनंद ले रहे हैं। अगर, जल्द सिनेमाघर न खुले तो भविष्य में सिनेमाघरों को दर्शक मिलना मुश्किल हो जाएंगे। बंदी में सिनेमाघरों की आमदनी शून्य है, लेकिन बिजली का बिल पूरा आ रहा है। सरकार का इस ओर भी सोचना चाहिए। वहीं, छह माह की बंदी के चलते सिनेमाघरों से जुडे़ कर्मचारियों के सामने भी परेशानी खड़ी हो गई है। उनकी समझ नहीं आ रहा है कि वो अभी सिनेमाघर खुलने का इंतजार करें या फिर कोई दूसरा काम तलाशें। सिनेमाघरों के अधिकांश कर्मचारियों ने आर्थिक स्थिति बिगड़ने पर दूसरे विकल्प तलाशने शुरू कर दिए।

शहर में डेढ़ दर्जन सिनेमाघर

शहर में चार मल्टीप्लेक्स सहित डेढ़ दर्जन सिनेमाघर हैं। एक सिनेमाघर में औसतन 10 से 15 कर्मचारी काम करते हैं। इसके अलावा कैंटीन आैर पार्किंग के कर्मचारी अलग होते हैं। अधिकांश सिनेमाघरों में स्टॉफ की छटनी कर दी गई है। कुछ सिनेमाघरों में पुराने स्टॉफ अभी भी है। कुछ जगह वेतन कटौती कर दी गई है।

सिनेमाघर इंडस्ट्री मुश्किल दौर से गुजर रही है। जब सब अनलॉक हो गया ताे सिनेमाघरों पर पाबंदी क्यों है। हर जगह कोविड गाइडलाइन का पालन के साथ काम हो रहा है तो सिनेमाघरों में भी इसका पालन करने के साथ अनुमति मिलनी चाहिए। बंदी के समय का बिजली का बिल माफ होना चाहिए।

सुबोध गर्ग, राजीव सिनेमा, अध्यक्ष आगरा सिनेमाघर एग्जीब्यूटर एसोसिएशन

छह माह से सिनेमाघर बंद है। ऐसे में सिनेमा इंडस्ट्री बुरे दौर से गुजर रही है, पता नहीं इससे उबरने में कितना समय लगे। सरकार को जल्द से जल्द सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति देनी चाहिए। इसके साथ ही

निमित गर्ग, श्री सिनेमा

सरकार को सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स को शुरू करने की अनुमति देनी चाहिए। अनुमति मिलने पर पूरे प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। उम्मीद है सरकार जल्द इस ओर सकारात्मक निर्णय लेगी।

रोमित कपूर, सर्व मल्टीप्लेक्स


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