जगह-जगह पर हैं एक्सीडेंट के खतरे, NH-19 पर बरतें गाड़ी चलाते में सावधानी Agra News
सिकंदरा अंडरपास से अबुल उल्लाह की दरगाह तक ज्यादा हैं अवैध कट। हादसों के बाद भी एनएचएआइ ने नहीं किया ठोस इंतजाम।
आगरा, जागरण संवाददाता। नेशनल हाईवे-19 पर चलना खतरनाक हो गया है। कब किस कट से तेजी से वाहन आए और चपेट में ले ले। ये किसी को नहीं पता है। हाल ही में हाईवे पर ट्रक और स्कार्पियो की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। सिकंदरा सब्जी मंडी अंडरपास से लेकर अबुल उल्लाह की दरगाह तक दो दर्जन खूनी स्थान हैं, जहां हर दिन दुर्घटनाएं होती हैं लेकिन इसके बाद भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ), पुलिस-प्रशासन की नींद नहीं खुल रही है। संरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं कराए जा रहे हैं।
सात साल पूर्व दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण शुरू हुआ था। धीमी गति से कार्य होने के कारण अब यह कार्य फरवरी 2020 में पूरा होगा। चौड़ीकरण के दौरान अवैध कट को नहीं बंद कराया गया। यही नहीं विभिन्न सही कट पर साइनेज भी नहीं लगाए गए। यह साइनेज कट से सात मीटर पूर्व होने चाहिए। इससे चालक को समय रहते आसानी से जानकारी हो जाती है। यहां तक पिछले सप्ताह चालू हुए सिकंदरा सब्जी मंडी अंडरपास की एक लेन (वाटरवर्क्स से रुनकता) के दोनों साइड साइनेज नहीं लगाए गए हैं। हाईवे में दस माह के भीतर 52 लोगों की हादसे में मौत हो चुकी है। सौ से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
ये हैं प्रमुख कट
आसाराम आश्रम के सामने का कट, कैलाश मोड़, बाईंपुर मोड़, सिकंदरा थाने के सामने, कामायनी अस्पताल, गुरु का ताल, डीवीवीएनल कार्यालय के सामने, आइएसबीटी के सामने, टीपी नगर कट, लायर्स कॉलोनी, भगवान टाकीज फ्लाईओवर और अबुल उल्लाह दरगाह के सामने का कट।
नहीं किया जा रहा है पालन
नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य अंतिम चरण में है। इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन के हिसाब से संरक्षा के जो इंतजाम होने चाहिए वह नहीं किए गए हैं। इसकी कई बार शिकायतें भी हो चुकी हैं।
कोहरा से बढ़ेगी दुर्घटनाएं
विशेषज्ञ डॉ. संजय चतुर्वेदी का कहना है कि कोहरा परेशानी बढ़ाएगा। इससे हाईवे पर दुर्घटनाएं बढ़ेंगीं। कोहरे से पूर्व साइनेज, रिफलेक्टिव टेप सहित अन्य लगाए जाने चाहिए। साथ ही अवैध कट को बंद करवा देना चाहिए।
इन इंतजामों पर नहीं दिया जा रहा ध्यान
- विभिन्न कट पर के दस मीटर पूर्व साइनेज नहीं लगे हैं।
- हाईवे पर जल निकासी के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं।
- बैरीकेडिंग के पास पांच मीटर की दूरी पर वार्निग लाइट नहीं लगी है।
- चौड़ीकरण के दौरान जगह-जगह शेड नहीं लगे हैं और न ही साइनेज।
- दूरी पर रिफ्लेक्टिव टेप नहीं लगाया गया है।
- प्राथमिक उपचार की व्यवस्था के लिए निर्धारित स्थलों पर एंबुलेंस का न होना।
- जगह-जगह अवैध कट बने हुए हैं, जिसे बंद नहीं किया जा रहा है।
- जगह-जगह मिट्टी के ढेर का लगा होना।
दिल्ली नेशनल हाईवे एक नजर में
- 180 किमी है दिल्ली से आगरा की दूरी। इस तरह 360 किमी सड़क का चौड़ीकरण हो रहा है।
- 360 में अब तक 346 किमी का हो चुका है चौड़ीकरण
- अक्टूबर 2012 से चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ था।
- अब तक छह बार हाईवे के चौड़ीकरण की तारीख बढ़ाई जा चुकी है
- जुलाई 2019 अंतिम तारीख रखी गई है, जो अब बढ़ाकर फरवरी 2020 कर दिया गया है।
नेशनल हाईवे का निरीक्षण कराया जाएगा। संबंधित स्थलों पर जल्द ही साइनेज लगवाए जाएंगे।
एनजी रवि कुमार, डीएम