ताज पूर्वी गेट नाले से आती है बदबू, दम है तो रोक लो सरकार
ताजमहल के दीदार के लिए हर दिन गुजरते हैं बड़ी संख्या में पर्यटक मंटोला और ताज टेनरी नाले की टैपिग में रस्म अदायगी नदी में पहुंचता है कूड़ा
आगरा, जागरण संवाददाता। 13 माह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ताजमहल के दीदार के लिए आगरा आए तो ताज पूर्वी गेट नाले की बदबू रोकने के लिए क्या नहीं किया गया। नाले में केमिकल के चार केन रखे गए और नाले की दीवार पर चंपा-चमेली के फूलों की लड़ियां लगाई गईं लेकिन अब हालत इसके विपरीत है। नाले से उठती बदबू पर्यटकों और क्षेत्रीय दुकानदारों के लिए परेशानी का सबब बन गई है।
दुकानदार कई बार इसकी शिकायतें भी कर चुके हैं। जिस तरीके से बदबू से बचाव के इंतजाम होने चाहिए, वे नहीं किए जा रहे हैं। वहीं मंटोला और ताज टेनरी नालों की टैपिग में रस्म अदायगी की गई। जल निगम, यमुना एक्शन प्लान (वाईएपी) के अफसरों की लापरवाही के चलते हर दिन बड़ी मात्रा में कूड़ा यमुना नदी में गिरता है। शिकायतें होती हैं लेकिन उन्हें फर्जी तरीके से निस्तारित कर दिया जाता है।
- मंटोला और ताज टेनरी नाला शहर के प्रमुख नाले हैं। इनकी टैपिग की जांच होनी चाहिए। जांच में पूरा मामला खुलकर सामने आ जाएगा।
रवि माथुर, पार्षद पीपलमंडी - मंटोला नाले में हर दिन बड़ी मात्रा में जूते की कतरन पहुंचती है। भले ही नाला टैप हो लेकिन आए दिन यह उफान मारता है। इससे कूड़ा सीधे यमुना नदी में पहुंचता है।
प्रदीप सिंह, बेलनगंज - ताज पूर्वी गेट नाले से बदबू आती रहती है। ताज पूर्वी गेट से होकर गुजरने वाले पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दो बार इसकी शिकायत की जा चुकी है।
सरोज कुमार, ताजगंज
- मंटोला और ताज टेनरी नालों की भले ही कागजों में टैपिग हो गई हो लेकिन समुचित इंतजाम नहीं किए गए हैं। हर दिन कूड़ा नदी में पहुंचता है। वहीं ताज पूर्वी गेट नाले से बदबू आने से पर्यटकों और दुकानदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
डा. शरद गुप्ता, पर्यावरण कार्यकर्ता
- मंटोला और ताज पूर्वी गेट नालों की टैपिग की रिपोर्ट मांगी गई है। जल्द इसे लेकर बैठक की जाएगी। ताज पूर्वी गेट नाले में बदबू से किस तरीके से राहत मिले, इस पर भी विचार किया जाएगा।
प्रभु एन. सिंह, डीएम