जिला पंचायत अध्यक्ष: बसपा ने आसान की मंजू भदौरिया की राह
बसपा नहीं उतारेगी अपना प्रत्याशी सपा पहले ही मैदान से हो चुकी है बाहर
आगरा, जागरण संवाददाता। सबसे अधिक जिला पंचायत सदस्य जीतने का दावा करने वाली बहुजन समाज पार्टी ने अध्यक्ष पद के चुनाव में हाथ खड़े कर दिए हैं। पार्टी ने इस चुनाव के लिए उम्मीदवार न उतारने का फैसला किया है। इससे भाजपा प्रत्याशी मंजू भदौरिया की राह आसान हो गई है। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव मैदान से सपा पहले ही बाहर है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने पूर्व विधायक डा. राजेंद्र सिंह की पुत्रवधु को प्रत्याशी घोषित किया है। वे शमसाबाद के वार्ड 36 से जिला पंचायत सदस्य हैं। भाजपा की ओर से कई और दावेदार भी ताल ठोंक रहे थे लेकिन नेतृत्व ने मंजू भदौरिया को हरी झंडी। अंदरूनी तौर पर पार्टी में चर्चा है कि डा. राजेंद्र सिंह ने अपनी पुत्रवधु के लिए पहले से ही विश्वास मत हासिल करने लायक सदस्यों का समर्थन जुटा रखा है। ग्रामीण क्षेत्र के कई प्रभावशाली नेता उनके खेमे में पहले ही शामिल हैं। डा. राजेंद्र सिंह भाजपा नेतृत्व को अपना चुनावी गणित समझाने में कामयाब रहे। उनकी पुत्रवधु के अध्यक्ष बनने की राह को बसपा ने और आसान कर दिया है। बसपा का दावा था कि उसके समर्थन से जिला पंचायत के 20 सदस्य चुने गए हैं। जबकि भाजपा के समर्थन से 18 सदस्य चुनाव जीते थे। सबसे अधिक सदस्य जीतकर आने वाली बसपा ने अध्यक्ष पद का चुनावी मैदान छोड़ दिया है। सपा के समर्थन से सिर्फ पांच सदस्य ही चुनाव जीते थे। नामांकन आज
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए नामांकन प्रक्रिया 26 जून को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक होगी। इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच होगी। नामांकन प्रक्रिया कलक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी न्यायालय कक्ष में होगी। अध्यक्ष पद के लिए तीन लोगों ने चार नामांकन पत्र खरीदे हैं। भाजपा प्रत्याशी मंजू भदौरिया का नामांकन कराने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए बसपा अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। पार्टी के समर्थन से जो सदस्य चुनाव जीते हैं, वे अपने विवेक से फैसला लेकर किसी भी उम्मीदवार को अपना समर्थन दे सकते हैं। पार्टी की ओर से किसी के लिए कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है।
गोरेलाल, मुख्य सेक्टर प्रभारी, आगरा मंडल, बसपा