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Ambedkar University Agra: इस हफ्ते भी जारी नहीं हो पाएंगे विषय विशेषज्ञों के पत्र!, ये फंसा है पेंच

Ambedkar University Agra उम्र और योग्यता का फंसा पेंच दोबारा तैयार हो रही सूची। 48 रिक्त पदों पर रखे जाने हैं विषय विशेषज्ञ। 65 साल से अधिक उम्र वाले अभ्यर्थियों को हटाया जा रहा है। पिछले साल भी दिसंबर तक अतिथि प्रवक्ताओं की फाइल अटकी रही थी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Thu, 11 Nov 2021 01:35 PM (IST)Updated: Thu, 11 Nov 2021 01:35 PM (IST)
Ambedkar University Agra: इस हफ्ते भी जारी नहीं हो पाएंगे विषय विशेषज्ञों के पत्र!, ये फंसा है पेंच
आंबेडकर विवि में 48 रिक्त पदों पर रखे जाने हैं विषय विशेषज्ञ।

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में विषय विशेषज्ञों के कार्यालय पत्र दीपावली से पहले जारी होने थे, जो नहीं हुए हैं। तैयारी सूची में उम्र और योग्यता का पेंच फंस गया है। आशंका है कि इस हफ्ते भी पत्र जारी नहीं हो पाएंगे क्योंकि अभी उम्र और योग्यता के आधार पर नई सूची तैयार की जा रही है।

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विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर में संचालित विभागों में स्वीकृत 93 पदों में से 48 पदों पर ही विषय विशेषज्ञ रखे जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में केएमआइ के फ्रेंच और जर्मन भाषा, दाऊदयाल वोकेशनल इंस्टीट्यूट में बीएससी वोकेशनल, बीकाम वोकेशनल, आइटीएचएम के बीबीए व एमबीए, स्कूल आफ लाइफ साइंसेज के माइक्रोबायोलाजी, बायोटेक, बायो केमेस्ट्री, फारेस्ट्री, ललित कला संस्थान के बीएफए व एमएफए, बीपीएड व बीपीई पाठ्यक्रमों में पद स्वीकृत नहीं हैं। जबकि जर्मन भाषा को छोड़कर बाकी विषयों के लिए विषय विशेषज्ञों का चयन हो चुका है। कार्यकारी कुलपति प्रो. आलोक राय के अनुसार दीपावली के बाद शेष पदों को भरने की प्रक्रिया होनी थी, जो अभी तक शुरू नहीं हुई है। चयनित 48 विषय विशेषज्ञों की सूची भी दोबारा तैयार की जा रही है। अब 65 साल से अधिक उम्र वाले अभ्यर्थियों को हटाया जा रहा है। साथ ही यूजीसी के नियमों के अनुसार निर्धारित योग्यता के आधार पर ही नाम अंतिम सूची में शामिल किए जा रहे हैं। विषय विशेषज्ञों के पत्र जारी न होने से विभागों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। कई ऐसे पाठ्यक्रम है, जो पूरी तरह से विषय विशेषज्ञों पर ही निर्भर है, वहां स्थाई शिक्षक नहीं हैं। पिछले साल भी दिसंबर तक अतिथि प्रवक्ताओं की फाइल अटकी रही थी। इस साल जनवरी में उनके पत्र जारी हुए थे।  


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