कोरोना ने दिया जोर का झटका, 20 फीसद भी नहीं बचे ताजमहल के पर्यटक
कोरोना का ग्रहण 20 फीसद भी नहीं बचे पर्यटक। 25 दिसंबर को ताजमहल देखने आए थे 33791 पर्यटक। 25 जनवरी को ताजमहल देखने आए मात्र 5637 पर्यटक। ताजमहल पर करीब दो हजार गाइड और स्मारकों पर करीब 500 फोटोग्राफर काम करते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के संक्रमण ने लगातार तीसरे वर्ष ताजनगरी के पर्यटन कारोबार को जोर का झटका दिया है। जनवरी में कोरोना संक्रमितों के मामले बढ़ने पर राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से एक माह के अंतराल में ही ताजमहल पर पर्यटकों की संख्या घटकर 20 फीसद भी नहीं बची है। 25 दिसंबर को ताजमहल देखने 33791 पर्यटक आए थे, जो 25 जनवरी को घटकर 5637 रह गए। इससे पर्यटन कारोबार से जुड़े लोग खाली हाथ बैठे हैं। पर्यटन कारोबारियों के पास कोई काम नहीं है और वो खाली हाथ बैठे हैं। उन्हें इस स्थिति से शीघ्र निजात मिलने की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है।
25 दिसंबर को स्मारकों पर स्थिति
स्मारक, पर्यटक
ताजमहल, 33791
आगरा किला, 8067
फतेहपुर सीकरी, 1582
एत्माद्दौला, 750
मेहताब बाग, 689
राम बाग, 277
25 जनवरी को स्मारकों पर स्थिति
स्मारक, पर्यटक
ताजमहल, 5637
आगरा किला, 1355
फतेहपुर सीकरी, 136
एत्माद्दौला, 94
मेहताब बाग, 113
राम बाग, 92
नोट: सिकंदरा और मरियम टाम्ब पर आने वाले पर्यटकों के आंकड़े उपलब्ध नहीं हो सके।
हाईलाइटर
-आगरा में आठ स्मारक ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, एत्माद्दौला, सिकंदरा, मेहताब बाग, राम बाग, मरियम टाम्ब ऐसे हैं, जिनमें प्रवेश शुल्क लागू है।
-शहर में छोटे-बड़े करीब दो दर्जन स्मारक हैं, जिनमें ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी विश्व धरोहर हैं।
-कोरोना काल से पूर्व पर्यटन कारोबार का वार्षिक टर्नओवर करीब पांच हजार करोड़ रुपये हुआ करता था।
-मार्च, 2020 से कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते प्रभावित है पर्यटन कारोबार।
-मार्च, 2020 से इंटरनेशनल फ्लाइट स्थगित होने की वजह से विदेशी पर्यटक नहीं आ पा रहे हैं।
-28 फरवरी तक के लिए इंटरनेशनल फ्लाइट को स्थगित किया गया है।
-आगरा आने वाले पर्यटकों पर हैंडीक्राफ्ट कारोबार भी करीब 50 फीसद तक निर्भर करता है।
-पर्यटन व हैंडीक्राफ्ट कारोबार पर करीब पांच लाख लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से आश्रित हैं।
-ताजमहल पर करीब दो हजार गाइड और स्मारकों पर करीब 500 फोटोग्राफर काम करते हैं।