आधी रात को आगरा में आया तेंदुआ खड़ा भी नहीं हो पा रहा, लेजर थैरेपी से होगा अब इलाज
आगरा में कल देर रात किला के पीछे यमुना किनारे रोड पर आधी रात को तेंदुआ निकलने से खलबली मच गई। वह किसी वाहन से टकरा कर घायल हो गया था।
आगरा [जागरण संवाददाता]: सोमवार आधी रात को आगरा किला के पीछे यमुना किनारा रोड से घायलावस्था में रेस्क्यू किए गए तेंदुए की हालत चिंताजनक है। अगले 24 घंटे वन्य जीव के लिए महत्वपूर्ण हैं। रेस्क्यू करने के लिए उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया था। चित्कित्सकों का कहना है कि जब तक उसके पेट का भोजन पच नहीं जाता इलाज आगे नहीं बढ़़ सकता। उसके मल मूत्र त्यागने के बाद ही इलाज शुरू हो सकेगा। फिलहाल वो न बैठ पा रहा है और न ही खड़़ा़ ही हो पा रहा। चिकित्सकों की टीम उसपर लगातार निगरानी रखे हुए है। दर्द निवारक दवाएं वन्य जीव को दी जा रही हैं। 24 घंटे बाद यदि स्थिति सामान्य रहती है तो लेजर थैरेपी से उसका इलाज किया जाएगा। तभी पता चल सकेगा कि वाहन की चपेट में आने से उसके चोट कहां कहां पहुंची है। कहीं लकवाग्रस्त तो नहीं हो गया है। तेंदुए को कीठम के भालू संरक्षण गृह में एकांत में रखा गया है। एहतियात बरती जा रही है कि किसी तरह का संक्रमण उसके शरीर में न फैले।
बता दें कि सोमवार रात करीब एक से डेढ़ बजे के बीच की है। आगरा किला के पीछे से यमुना किनारा रोड पर तेंदुआ निकल आया। संभवत: रास्ता भटकने के कारण यमुना किनारा होते हुए वो सड़क पर आ गया होगा। रात में अंधेरे के कारण अज्ञात वाहन से वो चोटिल हो गया था। लोगों ने जब सड़क किनारे तेंदुए को देखा तो पहले तो भयभीत हो गए लेकिन उसे घायल हालत में देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वन विभाग की टीम को बुला लिया। सुबह करीब चार बजे वन विभाग और वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम ने तेंदुआ का रेस्क्यू किया। वाइल्ड लाइफ एसओएस के डॉ. इलिया राजा घायल तेंदुए का कीठम स्थित भालू संरक्षण गृह में इलाज कर रहे हैं। डॉ. राजा ने बताया कि तेंदुआ की कमर में चोट है। वाहन की टक्कर के कारण तेंदुआ घायल हुआ होगा।
पहले भी आ चुका है तेंदुआ
ऐसा नहीं है कि ताजनगरी पहली बार तेंदुए से खौफजदा हुई है। करीब तीन वर्ष पूर्व न्यू आगरा क्षेत्र की इंद्रपुरी कॉलोनी के एक बंद पड़े मकान की दीवार फांद कर तेंदुआ घुस गया था। आसपास के लोगों में उस वक्त दहशत फैल गई थी। कई घंटों की मशक्कत के बाद मुश्किल से तेंदुआ रेस्क्यू हो सका था। वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम ने एयर गन से तेंदुआ को बेहोश करके पकड़ा था। इसके बाद भी छावनी क्षेत्र में तेंदुआ दिखने की खबर फैली थी हांलाकि इसके पुख्ता प्रमाण नहीं मिले थे। इसके अलावा ककरैठा क्षेत्र में भी तेंदुआ दिख चुका है।