Move to Jagran APP

Kisan Andolan: किसान आंदोलन में जारी है गुरुद्वारा गुरु का ताल की लंगर सेवा, होता है गुरुवाणी का पाठ भी

Kisan Andolan सुबह शाम होता है गुरवाणी का पाठ। आगरा से लगातार पहुंच रही है रसद। गुरुद्वारा गुरु का ताल के प्रधान संत बाबा प्रीतम सिंह का कहना है कि जब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा लंगर सेवा भी की जाएगी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 08:39 AM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 08:39 AM (IST)
Kisan Andolan: किसान आंदोलन में जारी है गुरुद्वारा गुरु का ताल की लंगर सेवा, होता है गुरुवाणी का पाठ भी
अब लंगर दिल्ली-पलवल बार्डर पर भी बनाया जा रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। पिछले पांच दिनों से गुरुद्वारा गुरु का ताल द्वारा हर रोज किसान आंदोलन में धरने पर बैठे किसानों के लिए लंगर सेवा की जा रही है। पहले दिन लंगर गुरुद्वारे से बनकर गया था, अब लंगर दिल्ली-पलवल बार्डर पर भी बनाया जा रहा है। लंगर सेवा के साथ ही दवाएं आदि भी उपलब्ध कराई गई हैं। गुरुद्वारा गुरु का ताल के प्रधान संत बाबा प्रीतम सिंह का कहना है कि जब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा, लंगर सेवा भी की जाएगी।

prime article banner

नए कृषि विधेयक में किए गए प्रावधानों के खिलाफ राजधानी दिल्‍ली में हुंकार भर रहे किसानों के लिए दिल्ली के कई गुरुद्वारों से लंगर सेवा की जा रही थी। इस सेवा कार्य में पांच दिनों से गुरुद्वारा गुरु का ताल भी सहयोग कर रहा है। संत बाबा प्रीतम सिंह के निर्देशन में रसद किसानों के लिए पहुंचाई जा रही है। लंगर सेवा कार्य कर रहे मास्टर गुरनाम सिंह ने बताया कि पंजाब, दिल्ली से किसानों के लिए कई सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। इसके साथ ही आगरा से भी फल, दवाएं, मेवे, पानी व अन्य रसद का सामान पहुंचाया गया है। सुबह और शाम गुरवाणी का पाठ होता है।वर्तमान में वहीं स्टाल लगा दिया गया है, जहां चाय और लंगर बनता रहता है। गुरुद्वारे से गाड़ियों में बर्तन और रसद लगातार पहुंचता रहता है, जिससे किसी भी चीज की कमी न हो। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.