Agra Metro: मेट्रो के काम ने पकड़ी कुछ रफ्तार, कालिंदी विहार में दूसरे डिपो के लिए जमीन चिन्हित
यूपीएमआरसी ने एक माह में पूरा किया सर्वे 3.07 हेक्टेअर निजी और 3.82 हेक्टेअर है सरकारी जमीन। डीएम को भेजा गया प्रस्ताव जल्द होगी बैठक।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार के आदेश पर आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट में रफ्तार आ गई है। एक माह के सर्वे के बाद उप्र मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने कालिंदी विहार में मेट्रो के दूसरे डिपो के लिए 6.9 हेक्टेअर जमीन चिन्हित कर ली है। इसमें 3.07 हेक्टेअर निजी भूमि और 3.82 हेक्टेअर सरकारी भूमि है। शहर में मेट्रो ट्रैक तीस किमी लंबा होगा। पहला कॉरिडोर सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक 14 किमी और दूसरा आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक 16 किमी लंबा होगा। पहला डिपो पीएसी ग्राउंड और दूसरा कालिंदी विहार में बनेगा। पीएसी ग्राउंड में जमीन चिन्हित कर ली गई है। डिपो के लिए सात हेक्टेअर जमीन ली जाएगी। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि मेट्रो के दूसरे डिपो की जमीन को जल्द फाइनल किया जाएगा।
कहां पर कितनी मिली जमीन
- खसरा नंबर 315 में 4.90 हेक्टेअर जमीन मिली है। इसमें वन विभाग की 9740 वर्ग मीटर, नगर निगम की बंजर भूमि 4600 वर्ग मीटर, नगर निगम की पुरानी परती जमीन 8900 वर्ग मीटर, निजी भूमि 25680 वर्ग मीटर शामिल है।
- खसरा नंबर 325 में वन विभाग की 15 हजार वर्ग मीटर जमीन है।
- खसरा नंबर 322 में निजी काश्तकार की 1380 वर्ग मीटर जमीन है।
- खसरा नंबर 323 में निजी काश्तकार की 2660 वर्ग मीटर जमीन है।
- खसरा नंबर 324 में निजी काश्तकार की 1040 वर्ग मीटर जमीन है।
मौजा लश्करपुर और घटवासन में नहीं हुआ सर्वे
शुक्रवार को तहसील सदर की टीम न पहुंचने से मौजा लश्करपुर और घटवासन में मेट्रो की जमीन का सर्वे नहीं हो सका। अपर नगरायुक्त केबी सिंह ने बताया कि कुल 32.62 एकड़ जमीन है। संयुक्त सर्वे में निगम, तहसील सदर, सिंचाई विभाग, यूपीएमआरसी के सदस्यों को शामिल होना था। 14 सितंबर की सुबह 11 बजे सर्वे होगा।