CoronaVirus: मंडल में 300 के पार पहुंची संक्रमितों की संख्या, जानिए क्यों बिगड़ रहे हालात
आगरा में 3 मार्च से शुरु हुआ कोरोना संक्रमितों का सिलसिला 241 पर पहुंचा। फीरोजाबाद में 46 है संक्रमितों की संख्या। आगरा- फीरोजाबाद में हो चुकी हैंं अबतक सात मौतें।
आगरा, तनु गुप्ता। चीन के वुहान शहर से शुरु हुआ कोरोना वायरस का कहर करीब- करीब पूरी दुनिया को अपने चंगुल फांस चुका है। यूरोपिय देशों में कहर बनकर बरप रहा कोरोना वायरस आगरा मंडल के लिए भी गंभीर संकट बना हुआ है। देश में आगरा मंडल कोरोना संकट का बड़ा गण बनता जा रहा है। पहले काॅरपोरेटर, फिर जमाती और फिर अस्पतालों ने संक्रमण को दिन पर दिन बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई है। कोरोना ने झपट्टा इस तरह मारा कि हालात मंडल के अन्य जिलों में भी बेकाबू होते लग रहे हैं। फीरोजाबाद में प्रतिदिन संक्रमितों का बढ़ता आंकड़ा डराने लगा है। रविवार को तो यहां एक संक्रमित की मौत भी हो गई। इससे स्थिति चिंताजनक हो चुकी है।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने शनिवार को पत्र जारी प्रदेश के कई जिलों की स्थित को असंतोजनक बताया। इनमें आगरा और फीरोजाबाद भी शामिल हैं। आगरा में कोविड 19 से संक्रमित मिलने वालों की शुरुआत तीन मार्च को हुई थी। बस इसके बाद विदेश से आने वालाेें ने ग्राफ को बढ़ाना शुरु कर दिया। स्थिति फिर भी काबू में थी लेकिन तीन अप्रैल को एक साथ 7 जमातियों के संक्रमित मिलने से हालात बेकाबू होने की शुरुआत हो गई। इसके बाद हॉस्पिटल कोरोना बम के रूप में सामने आयेे पारस हॉस्पिटल ने सारी कसर पूरी कर दी। ग्राफ में इजाफा फतेहपुर सीकरी में 24 संक्रमितों के मिलने के बाद हो गए। 18 अप्रैल रात 12 बजे तक आगरा में संक्रमितों की संख्या का ग्राफ 241 पर पहुंच चुका था। जिनमें से 20 ठीक हो चुके हैं और छह की मौत हो चुकी है। आगरा, फीरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी और कासगंज के कुल संक्रमितों का आंकड़ा अबतक 302 हो चुका है।
इसलिए बढ़ा आगरा में कोरोना ग्राफ
- 241 अब तक मिल चुके हैं पॉजिटिव
- 20 स्वस्थ होकर लौटे
- 06 की मौत हो चुकी है
- 50 करीब निजी अस्पताल के संपर्क में आने वाले संक्रमित
- 15 करीब सरकारी अस्पतालों के संपर्क में आने वाले संक्रमित
- 80 से ज्यादा जमाती और उनके संपर्क में आने वाले संक्रमित
- 11 विदेश से ज्यादा संपर्क वाले संक्रमित
- 24 फतेहपुर सीकरी में पॉजीटिव के संपर्क में आने वाले संक्रमित
आगरा में कोरोना ग्राफ को यदि गौर से देखा जाए तो संक्रमितों से संपर्क में आने वाले लोगों की वजह से कोरोना चेेन बन गई। सात संक्रमित जमातियों से 80 संक्रमित हुए तो फतेहपुर सीकरी में एक से 24 में संक्रमण फैला।
इसी तरह एक हॉस्पिटल ने 50 को संक्रमित किया।
क्वारंटाइन वाले हो रहे अब संक्रमित
जमाती और निजी अस्पताल से संपर्क में आने वाले लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। अब जो ताजा संक्रमित आ रहे हैं वो इन्हीं क्वारंटाइन सेंटर्स से आ रहे हैं। इससे अन्य क्वारंटाइन लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
फीरोजाबाद में यूं बढ़ा कोरोना ग्राफ
आगरा के पड़ोसी जिले फीरोजाबाद में कोरोना विस्फोट होनेे के कगार पर है। यहां कोरोना संक्रमण काेे सबसे पहले निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमातियों ने फैलाना शुरु किया था। सात जमातियों ने 25 लोगों को संक्रमित कर दिया। इसके बाद पारस हॉस्पिटल में कार्यरत एक संक्रमित ने 6 को कोरोना वायरस से ग्रस्त कर दिया। दो अन्य हैं। रविवार को एक संक्रमित जमाती के संपर्क मे आने वाले मौलाना की मौत से पूरे जिले में सनसनी फैल गई है। 62 वर्षीय मौलाना हाइपर टेंशन का मरीज था। शनिवार को ही मौलाना की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। जहां रविवार सुबह हार्ट अटैक आने से उसकी मौत हुई। सभी संक्रमित आइसोलेश वार्ड में भर्ती हैं। रविवार शाम तक फीरोजाबाद में संक्रमितों की संख्या 46 पर पहुंच गई।
मथुरा, मैनपुरी और कासगंज खतरे के निशान पर
मंडल के तीन और जिले खतरे के निशान पर पहुंच चुके हैं। मथुरा में पांच संक्रमितों में से दो जमाती हैं। मैनपुरी में कुल सात संक्रमित हैं और कासगंज में संक्रमितों की संख्या तीन है।
आगरा और फीरोजाबाद में हुई मौत का ग्राफ
- आठ अप्रैल कोरोना संक्रमित 76 साल की कमला नगर क्षेत्र निवासी महिला की एसएन में इलाज के दौरान मौत हो गई, मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट।
- 12 अप्रैल फेफडे के कैंसर से पीडित 55 साल की शिकोहाबाद निवासी महिला मरीज को 5 अप्रैल को भगवान टॉकीज के पास स्थित अस्पताल के आइसीयू में भर्ती किया था। अप्रैल को इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद आइ रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि, मौत का कारण एडवांस स्टेज कैंसर और गुर्दा की समस्या माना जा रहा है।
- 13 अप्रैल ब्रेन हेमरेज होने पर 48 साल की महिला मरीज को 3 अप्रैल को भगवान टॉकीज के पास स्थित अस्पताल के आइसीयू में भर्ती किया गया। 13 अप्रैल की सुबह सात बजे मौत हो गई। इसके बाद कोरोना की जांच को भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आइ, इसमें कोरोना की पुष्टि हुई। टीम ने मौत का कारण माना ब्रेन हेमरेज।
- 14 अप्रैल एसएन के आइसीयू में भर्ती एक निजी अस्पताल में मैनेजर की मौत हो गई, इसके बाद आइ रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई। डॉक्टरों ने मौत का कारण रेस्परेस्ट्री फेल्योर माना।
- 18 अप्रैल एसएन में भर्ती 65 साल के दिल्ली निवासी जमाती की मौत, मौत का कारण ह्रदय गति रुकना।
- 19 अप्रैल को फीरोजाबाद में संक्रमित जमाती के संपर्क में आकर कोरोना पॉजीटिव हुए मौलाना की मौत।