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Vegetable Rate: टूटा टमाटर, मटर धड़ाम, आगरा में सरसों ने निकाला किचन का तेल

Vegetable Rate रव‍िवार को आगरा के थोक बाजार में यह भाव 162-180 रुपये प्रति किलो व रिटेल मे 180-230 रुपये प्रति किलो रहे। हरी मटर के भाव भी 110 रुपये से घटकर 35 रुपये प्रति किलो तक आ गए है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 12:57 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 12:57 PM (IST)
Vegetable Rate: टूटा टमाटर, मटर धड़ाम, आगरा में सरसों ने निकाला किचन का तेल
टमाटर रव‍िवार को 17 रुपये प्रति किलो बिका।

आगरा, जागरण संवाददाता। एक माह से भाव में तेवर दिखा रहा टमाटर के नखरे कम हो गए है। थोक में 70 रुपये प्रति किलो तक बिका टमाटर रव‍िवार को 17 रुपये प्रति किलो बिका। हरी मटर के भाव भी 110 रुपये से घटकर 35 रुपये प्रति किलो तक आ गए है। प्याज, आलू, अदरक, गोभी, नीबू व धनिया के भाव में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई है। पांच दिन पहले रिटेल में 125 से 200 रुपये बिक रहा सरसों का तेल अब 180 से 230 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।

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सिकंदरा फल एंव सब्जी मंडी में टमाटर के थोक कारोबारी इंद चौधरी व पप्पू चौधरी ने बताया कि टमाटर के दाम लगातार गिर रहे है। कारण महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के शिवपुरी, जोधपुर के साथ-साथ स्थानीय टमाटर भी मंडी में आ गया है। रव‍िवार को थाेेक में टमाटर 17-25 रुपये प्रति किलो बिका जबकि रिटेल में यह 30-40 रुपये प्रति किलो रहा। शिमला मिर्च, गोभी, मिर्च, मूली, अदरक, साग के दाम में भी कमी आई। शिमला मिर्च थोक में 15 रुपये प्रति किलाे बिकी जबकि रिटेल मे 20 रुपये से 30 रुपये प्रति किलो तक भाव रहे। गोभी तीन रुपये प्रति किलो बिकी। रिटेल में इसके भाव दस रुपये प्रति किलो रहे। हरी मिर्च आठ से 12 रुपये प्रति किलो, अदरक आठ रुपये प्रति किलो, पालक आठ रुपये प्रति किलो, धनिया 15 रुपये प्रति किलो रहा। कोटपुतली राजस्थान से आ रही गाजर का भाव आठ से दस रुपये रहा। मंडी में बैगन आठ से 10, प्याज 16 रुपये, सोया, मेथी आदि के दाम 10 से 12 रुपये किलो के आसपास रहे। मूली तीन रुपये किलो बिकी।

आगरा आयल मिल के प्रबंध निदेशक कुमार कृष्ण गोपाल, कारोबारी ब्रजमोहन अग्रवाल व दिनेश गोयल के अनुसार पांच मार्च 2020 को सरसों तेल का भाव 84-89 रुपये प्रति किलो व रिटेल में 95-110 रुपये प्रति किलो था लेकिन रव‍िवार को थोक में यह भाव 162-180 रुपये प्रति किलो व रिटेल मे 180-230 रुपये प्रति किलो रहे। पीली सरसों का तेल भी 230 रुपये किलो के स्तर पर है। उनका कहना है कि मांग में वृद्धि न होने के बावजूद सरसों के भाव बढ़ गए हैं। खेरागढ़ मंडी व किरावली मंडी में रोज करीब दो हजार कुंतल सरसों की आवक होती है। रव‍िवार को मात्र 25 कुंतल सरसों की आवक नही हुई। शुक्रवार को सरसों के उच्चतम भाव 9100 रुपये प्रति कुंतल रहे जबकि निम्नस्तर 8000 रुपये प्रति कुंतल रहे। रव‍िवार को इन भाव में 100 रुपये की तेजी द‍िखाई दी।उन्होेने बताया पांच मार्च मार्च 2020 को 3900-4400 प्रति कुंतल रहे। कारोबारियों की मानें तो सरसों के तेल उत्पादन में आगरा देश में अग्रणी है। जिला में 66 हजार हेक्टेयर में सरसों का उत्पादन होता है। रोज करीब 500 टन सरसों का तेल उत्पादन करने वाली आगरा आयल मिल, बीपी आयल मिल, शारदा आयल मिल व महेश आयल मिल सीधे हरियाणा व राजस्थान मंडी से सरसों क्रय करते हैं। जनपद में छह और आयल मिल के अलावा 200 से अधिक एक्सपेलर हैं, जिनके द्वारा रोज करीब 100 टन तेल का उत्पादन किया जाता है।

ऐसे चल रहा है भाव बढाने का खेल

खेरागढ़ मंडी व किरावली मंडी के कारोबारियों के रव‍िवार को मंडी में 8100 से लेकर 92,00 रुपये कुंतल के हिसाब से सरसों की फसल बिक रही है। इस पर छह प्रतिशत जीएसटी और एक प्रतिशत मंडी शुल्क अलग से लगता है। अगर एक कुंतल सरसों की फसल का तेल निकाला जाए तो 33 किलो तेल निकलता है। दो किलो खल जल जाती है। ऐसे में 65 किलो खल बचती है। थोक के रेट में 180 रुपये किलो तेल बिक रहा है। इस हिसाब से 33 किलो तेल की कीमत 5940 रुपये बनती है। वहीं 65 किलो खल 30 रुपये किलो के हिसाब से 1,950 रुपये का बिक रहा है। पेराई 250 रुपये कुंतल है, जबकि लोडिग- अनलोडिग में पांच रुपये किलो का चार्ज लग जाता है। ट्रांसपोर्ट का खर्च अलग से है। यही वजह है कि बाजार में सरसों का तेल महंगा बिक रहा है।

बाजार में सरसों की मांग में कोई अंतर नहीं। इसके बावजूद कुछ सटोरियों ने सरसों के भावों को बढ़ा दिया। उनके अनुमान बारिश जारी रहने के थे। इस लिहाज से महंगे दाम पर खरीद कर ली गई।

- जयप्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष, आगरा व्यापार समिति

सरसों तेल की मांग में स्थिरता कायम है। सहालग सीजन में सरसों तेल से ज्यादा रिफाइंड एवं अन्य वनस्पति का प्रयोग होता है। जो बड़ी दावतें होती हैं, उनमें देशी घी का प्रयोग होता है। इन सभी के भाव फिलहाल स्थिर चल रहे हैं। सरसों तेल में तेजी बाजार को चौंका रही है।

-पीयूष मंगल, सरसों तेल विक्रेता 


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