सप्लाई इंस्पेक्टर बन वसूली कर रहा था मैनपुरी का युवक, ऐसे आया पकड़ में Agra News
क्षेत्रीयजनों की शिकायतों पर पहुंचे कोटेदार पकड़ कर लाए तहसील। जांच के बाद में क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने किया पुलिस के सुपुर्द।
आगरा, जेएनएन। कासगंज शहर में खुद को सप्लाई इंस्पेक्टर बताकर लोगों से ठगी करने वाला युवक सोमवार को पकड़ में आ गया। क्षेत्रीयजनों की शिकायत पर पहुंचे कोटेदारों ने इसे पकड़ लिया। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने जांच पड़ताल के बाद थाने में युवक के खिलाफ तहरीर दी है।
सोमवार को मुहल्ला नाथूराम भूतेश्वर कॉलोनी में पहुंचे युवक ने खुद को सप्लाई इंस्पेक्टर बताते हुए लोगों के राशन कार्ड बनवाने एवं सही कराने के नाम पर रुपये वसूले। बबली एवं गुड्डी देवी से राशन कार्ड सही कराने के नाम पर 50-50 रुपये लिए गए। वहीं अन्य लोगों से भी रुपये लिए। दोपहर 12 बजे करीब किसी ने कोटेदार नन्ने बाबू को सूचित कर दिया। खबर मिलने पर कोटेदार यहां पहुंचे तथा जांच पड़ताल की तो युवक ने खुद को सप्लाई इंस्पेक्टर बताया। कोटेदार ने विभाग में बात की तो क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने युवक को तहसील स्थित दफ्तर में लाने के लिए कहा। यहां पर पूछताछ करने पर युवक का खेल खुल गया। युवक ने अपना नाम पुनीत बताया। उसकी जेब मिले आधार कार्ड में पता पुरोहिताना मुहल्ला मैनपुरी अंकित है। सुमन, पूनम देवी एवं सोमवती द्वारा भी लिखित में रुपये लेने की शिकायत की है। इस पर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी सुनील कुमार ने युवक को पुलिस को सौंपते हुए उसके खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
फोन नंबर भी देकर आता था लोगों को
पुनीत काफी वक्त से शहर में वसूली कर रहा था। बताता था कि वह तहसील में 19 नंबर कमरे (क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी दफ्तर) में बैठता था, लेकिन कहता था आने से पहले फोन कर लेना। कुछ दिन पहले उसका फोन बंद था, इस पर एक महिला उसके बारे में पूछताछ करते हुए तहसील पहुंच गई। तब विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई। इसके बाद विभाग भी इसकी तलाश कर रहा था।
कासगंज की धर्मशाला में रहता था
पुनीत कासगंज में किसी धर्मशाला में ठहरा हुआ था, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बताया जाता है जब उसे पकड़ गया तो वह शराब के नशे में था लिहाजा बार-बार बात को बदल रहा था।
विभाग था तलाश में
उक्त युवक द्वारा फर्जी सप्लाई इंस्पेक्टर बनकर सरकार की छवि धूमिल की जा रही थी। इसके खिलाफ शिकायतें मिल रही थी, विभाग भी इसकी तलाश में था, लेकिन हर बार अलग-अलग मुहल्लों में जाकर लोगों से वसूली करता था।
-सुनील कुमार
क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी