Janmashtami 2020: ब्रज के इस क्षेत्र में एक दिन पहले ही पूजी जाती है लाला की छठी, जानिए क्या है परंपरा
Janmashtami 2020 मथुरा के गोकुल में जन्मोत्सव से एक दिन पहले पूजी जाती है छठी।
आगरा, जेएनएन। गोकुल में जन्मोत्सव की खुशी छाने लगी है। लाला के छठ पूजन के साथ तीन दिन चलने वाले आयोजन शुरू हो गए हैं। मंगलवार को मंदिर में लाला की छठी पूजी गई। बुधवार को जन्मोत्सव और गुरुवार को नंदोत्सव का आयोजन होगा। यह आयोजन मंदिर में होंगे। कोरेानाकाल के कारण श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है।
कान्हा की क्रीड़ा स्थली गोकुल के नंद भवन मंदिर में मंगलवार को शाम चार बजे छठ पूजन किया गया। पंडित छोटे लाल शर्मा द्वारा मंत्रोच्चारण कर छठ पूजन कराया। मंदिर पुजारी मथुरा दास ने छठ पूजन किया। पूड़ी, हलवा का भोग लगाया गया।
मथुरादास ने बताया कि मैया यशोदा के आंगन में लाला छह दिन का था, तब मथुरा के राजा कंस ने अपनी बहन पूतना को गोकुल के सभी बच्चों को मारने के लिए भेजा था। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीला के अनुसार पूतना का वध कर दिया। जिस दिन गोकुल पर संकट आया तो यशोदा मैया छठी पूजना भूल गईं। एक वर्ष बाद यशोदा ने जन्म से एक दिन पहले छठ पूजन किया। इस कारण मंदिर में छठ पूजन जन्म से एक दिन पहले किया जाता है। मंदिर के प्रबंधक गिरधारी लाल भाटिया ने बताया कि बुधवार रात बारह बजे लाला का जन्म महोत्सव मनाया जाएगा। गुरुवार को सुबह 11 बजे नंद महोत्सव मनाया जाएगा। मंदिर के पट बंद कर पुजारी ही इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे।