Roohi: आगरा की धरती पर उतरी थी जाह्नवी कपूर के सिर चढ़ी प्रेतात्मा, जानिए क्यों करनी पड़ी श्वान से शादी
Roohi आगरा के बटेश्वर में दस दिन चली थी फिल्म रूही की शूटिंग। प्रेतात्मा को काबू करने के सीन किये गये थे शूट। प्रेत बाधा दूर करने के लिये मादा श्वान से विवाह जैसै सीन फिल्माये गऐ थे यमुना के घाटों पर।
आगरा, लवकुश पाराशर। आगरा से सटी तीर्थनगरी बटेश्चर एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन पर दिखाइ देगी। यहां बहती यमुना और शिव मंदिर मुख्य किरदार के तौर पर बॉलीवुड फिल्म रूही में देखने को मिलेंगे। इतना ही नहीं स्थानीय कलाकार रवि परिहार भी फिल्म में अहम किरदार निभाते हुए दिखेंगे। फिल्म का क्लाइमेक्स सीन भी यहीं फिल्माया गया है।
11 मार्च को रिलीज हो रही मैडाॅक फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म 'रूही' की शूटिंग के सीन बीहड़ के किनारे बसे बाह- बटेश्वर व इसके आसपास के गांवो में फिल्माये गये हैं। इस फिल्म की शूटिंग बाह क्षेत्र मे करीब दस दिन तक हूई थी। फिल्म के अलग अलग दृश्य फिल्माये गये थे। हॉरर कॉमेडी फिल्म रूही की कहानी एक प्रेतात्मा को काबू करने को लेकर बनी है। फिल्म में अभिनेता राजकुमार राव मुख्य अभिनेता व जान्हवी कपूर मुख्य अभिनेत्री के किरदार में हैं। स्थानीय कलाकार रवि परिहार ने इस फिल्म में एक पंडित का रोल प्ले किया है।जिसका नाम मोटा धोनी है।
निर्माता दिनेश विजन, हार्दिक मेहता के निर्देशन में बनी रूही फिल्म की शूटिंग 10 जुलाई 2019 से बटेश्वर में शुरू हुई थी। जिस समय इस फिल्म की शूटिंग शुरू हुई थी। तब इसका नाम रूह आफ्जाह था। जिसे बाद मे बदलकर रूही कर दिया गया। 9 जुलाई को बटेश्वर मे पहुंची जान्हवी कपूर ने बटेश्वर की गलियों में घूमकर लोगों के साथ सेल्फी ली थी। दस जुलाई से शुरू हुई इस फिल्म की शूटिंग का पहला सीन बटेश्वर स्थित पंचमुखेश्वर महादेव मंदिर पर दर्शाया गया व रात मे गांव की गलियाें में अंधेरे में फिल्माया गया था। जिसमें जान्हवी कपूर प्रेत आत्मा के रूप में डरावने सीन प्ले करती दिखीं। इस दौरान गांव की महिलाएं व बच्चे छत से सीन को देखते रहे। दूसरे दिन की शूटिंग में अभिनेता राजकुमार राव और जान्हवी कपूर ने किले से लेकर किला घाट यमुना तक नाव की सैर कर गाने का सीन प्ले किया था। दो दिन लगातार यमुनापार के गांव भरतार, कल्यानपुर में प्रेतात्माओं को भगाने के लिये तांत्रिक प्रयोगों की शूटिंग हुई। रोल, कैमरा, एक्शन से गूंजते बटेश्वर व उसके आसपास के इलाके के लोगों की भारी भीड़ यहां उमड़ती रही। फिल्म की कहानी एक भूत पर आधारित है जो दूल्हा दुल्हन को अपना निशाना बनाती है। फिल्म में हीरो राजकुमार राव पर प्रेत बाधा है। जो पहली पत्नी को शादी के बाद मार देगी। जिस कारण राजकुमार राव जान्हवी कपूर अपने प्यार को बचाने के लिये पहली शादी एक स्वीटी नाम की मादा श्वान से करते हैं। इस शादी को कराने में पंडित की भूमिका रवि परिहार ने निभाई है। फिल्म में रवि परिहार का नाम मोटा धोनी है। शादी के लिये बारात बैण्ड बाजो के साथ होलीपुरा से बटेश्वर पंहुचती है। मादा श्वान जब विदा होकर अपने ससुराल पहुंचती है तो ग्रामीण लाठी डण्डों से हमला कर इसे मार देते हैं। फिल्म के आखिरी सीन में हीरो हीरोइन अर्धचंद्राकार यमुना मे नाव पर शूटिंग करते हैं। फिल्म में साधू संत आश्रम व मंदिरो के सीन को भी दर्शाये गये हैं।इस फिल्म मे एक सीन हंस आश्रम पर भी फिल्माया गया है।
श्रीदेवी की बेटी होने से उमड़ती रही भीड़
दस दिन तक चली इस फिल्म मे लोगों की भीड़ ज्यादातर दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी की बेटी जान्हवी कपूर को देखने वालों की थी।
बटेश्वर का नाम बदलने को लेकर हुआ था विवाद
इस फिल्म की शूटिंग तो बटेश्वर में हुई लेकिन शूटिंग के दौरान बटेश्वर का नाम बदलकर चिमट्टीपुर रख दिया गया। बिना अनुमति के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बटेश्वर के बोर्ड पर चिमट्टीपुर लिखा देख लोगों को भारी आपत्ति हुई।जिस पर स्वास्थ्य विभाग ने भी आपत्ति जताई थी। बटेश्वर मंदिर के पुजारियो ने विरोध किया कि तीर्थ बटेश्वर का नाम फिल्म मे बरकरार रहना चाहिये। मामले में उपजिलाधिकारी बाह ने मामले में रिपोर्ट तलब की थी।