Swach Survekshan 2021: टूट सकते हैं आगरा के अरमान, इस साल 16वीं रैंक बचाना भी कठिन
Swach Survekshan 2021 देश में टाप टेन शहरों में शामिल होने का देखा गया था सपना वर्ष 2020 में नगर निगम देश में 16वें स्थान पर रहा। सफाई अभियान पर नहीं दिया गया ध्यान एक से दो माह के भीतर घोषित होगा रिजल्ट।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोविड संक्रमण के चलते इस साल स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 का रिजल्ट देरी से आएगा लेकिन जिस तरीके से सफाई अभियान में लापरवाही बरती गई है। जनता से ठीक तरीके से फीडबैक नहीं लिया गया। सर्वेक्षण के प्रचार प्रसार पर ध्यान नहीं दिया गया। उसे देखकर तो यही लगता है कि देश में टाप टेन शहरों में आने का जो सपना देखा गया था। वह टूट सकता है। यहां तक सर्वेक्षण-2020 की देश में 16वीं रैंक थी, इसे बचाना भी आसान नहीं होगा। सर्वेक्षण का रिजल्ट एक से दो माह के भीतर घोषित होगा। बता दें कि आने वाले समय में मानसून में हालत शहर की बेहद खराब होने वाले हैं। नालियों की सफाइ नहीं हुइ हैं, जहां हुइ हैं वहां से सिल्ट तक नहीं हटाइ गइ है। जरा सी बारिश में शहर तलैया बन जाता है।
यहां बरती गई लापरवाही :
- सफाई व्यवस्था पर ध्यान न देना
- शौचालयों की सफाई पर ध्यान न देना
- फीडबैक को बढ़ाने के लिए ठीक से प्लानिंग न होना
- जगह-जगह कूड़ा के ढेर लगे होना
फैक्ट फाइल
- नगर निगम में सौ वार्डों में पांच हजार मुहल्ले हैं।
- कुल साढ़े 12 लाख वोटर हैं। आबादी 16 लाख के आसपास है।
- हर दिन 750 टन कूड़ा निकलता है। इसमें 400 टन सूखा और 350 टन गीला कूड़ा होता है।
- सूखे कूड़े को प्रासेस किया जाता है और गीले कूड़े से खाद तैयार होती है।
- स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में नगर निगम की रैंक देश में 16वीं रही थी। इस बार टाप टेन शहरों में शामिल होने का सपना देखा गया था। जल्द रिजल्ट घोषित होगा।
नवीन जैन, मेयर