Inter District Transfer: अंतर जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया में अब जिलों की आपत्तियों के बाद दिए समाधान के निर्देश
Inter District Transfer बेसिक शिक्षा परिषद की अंतर जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया। शिक्षकों के साथ जिला बेसिक शिक्षाधिकारी देंगे ज्ञापन। शिक्षकों को बताना होगा कि वह पहले नगर क्षेत्र में तैनात थे या ग्रामीण क्षेत्र में। यह निर्देश संयुक्त सचिव राजेंद्र सिंह ने जारी किए है।
आगरा, जागरण संवाददाता। अंतर जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया में गैर जिला छोड़कर आए शिक्षकों को पदोन्नति स्वेच्छा से छोड़नी होगी। साथ ही उन्हें बताना होगा कि वह पहले नगर क्षेत्र में तैनात थे या ग्रामीण क्षेत्र में। यह निर्देश संयुक्त सचिव राजेंद्र सिंह ने जारी किए है।
उन्होंने बेसिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर बताया कि जिलों के अधिकारियों से प्राप्त जिज्ञासाओं के बाद कुछ विसंगतियां सामने आई हैं, इसलिए उन तीनों विसंगतियों को सुझावों के आधार पर दूर कर लिया जाए।
यह थी आपत्तियां और सुझाव
- स्थानांतरित शिक्षकों की ज्येष्ठता क्रम में निम्नतम क्रमांक रखा जाए। इसके लिए उनसे शपथ-पत्र लिया जाए कि वह स्वेच्छा से अन्य जिलों में स्थानांतरित होकर आए हैं और पदोन्नति स्वेच्छा से छोड़ रहे हैं। हमें पदोन्नति लाभ प्राप्त नहीं होगा और उन्हें सहायक अध्यापकों की ज्येष्ठता सूची में निम्न क्रम में रखा जाए।
- ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थित अध्यापकों द्वारा नगर क्षेत्र में कार्यरत होना। आवेदन पत्र में अंकित करने के कारण उसका स्थानांतरण नगर क्षेत्र में हो गया है। बता दें कि स्थानांतरण के लिए आवेदन करने के बाद आवेदन पत्र संबंधित बेसिक शिक्षाधिकारी द्वारा सत्यापित किया जाता है। ऐसे स्थिति में शिक्षकों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की जगह नगर क्षेत्र लिखने पर संबंधित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से स्पष्टीकरण लें। साथ ही संबंधित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से प्रमाण-पत्र लें कि उक्त शिक्षक मूल रूप से ग्रामीण क्षेत्र में तैनात था कि नगर क्षेत्र में। यह प्रमाण-पत्र दो दिन में अनिवार्य रूप से लिया जाए। साथ ही नगर क्षेत्र के शिक्षक नगर क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र में ही की जाए।
- स्थानांतरित शिक्षकों द्वारा आवेदन पत्र में पद, नाम, विद्यालय का नाम त्रुटिपूर्ण अंकित हो गया है, उसके संबंध में दो दिन के भीतर ऐसे शिक्षकों के संबंध में संबंधित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से सत्यापन कराकर उक्त शिक्षक की जानकारी व प्रमाणपत्र प्राप्त कर लें।