Ambedkar University Agra: आवेदन ऑनलाइन करो, तरीका ऑफलाइन जानो, ये है आंबेडकर विवि का हाल
Ambedkar University Agra विश्वविद्यालय में ऑनलाइन नहीं मिलती आवेदन करने की जानकारी। हेल्प डेस्क के बाहर आवेदन करने के तरीके छपवा कर लगाए गए। दो साल पहले निवर्तमान कुलपति डा. अरविंद दीक्षित ने डिग्री और अंकतालिकाओं के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया था।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में अजब ही खेल है। डिग्री और अंकतालिकाओं के लिए आवेदन ऑनलाइन लिए जाते हैं, लेकिन आवेदन करने का तरीका ऑफलाइन समझाया जाता है। विश्वविद्यालय परिसर के बाहर हेल्प डेस्क पर आवेदन करने के सभी बिंदुओं को छपवा कर लगाया गया है।
दो साल पहले निवर्तमान कुलपति डा. अरविंद दीक्षित ने डिग्री और अंकतालिकाओं के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया था। इसका उद्देश्य था कि छात्र अपने घर से ही आवेदन कर सके, उसे विश्वविद्यालय के चक्कर काटने की जरूरत न पड़े। छात्र अपने आवेदन को ऑनलाइन ही ट्रेस कर सकता था। दो साल में 40 हजार से ज्यादा आवेदन ऑनलाइन आए, पर इनका स्टेटस जानने के लिए छात्रों को ऑफलाइन यानी खुद ही विश्वविद्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं क्योंकि ऑनलाइन स्टेटस में आपत्ति की जानकारी नहीं हो पाती है।
आवेदन होते हैं अपूर्ण
ऑनलाइन आवेदन करने के लिए छात्र को फॉर्म भरना होता है, जिसमें नाम, पता, नामांकन संख्या आदि का पूरा विवरण देना होता है। हेल्प डेस्क पर ही आवेदनों की जांच होती है, अगर कहीं कोई गलती होती है तो नियमानुसार हेल्प डेस्क से ही छात्र के पास सूचना पहुंचती है।छात्र अपने कागज और अपनी पूरी जानकारी मेल या वाट्सएप नंबर पर अपडेट कर भेजता है। परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार ने बताया कि हर रोज 100-150 ऑनलाइन आवेदन होते हैं, जिसमें से एक-दो फीसद आवेदन अपूर्ण होते हैं या छात्रों द्वारा गलत जानकारी दी जाती है।इसीलिए हेल्प डेस्क के बाहर आवेदन करने के तरीके को छपवा कर लगाया गया है।इस बारे में हेल्प डेस्क पहुंचे छात्र नीरज कुमार का कहना था कि हम आवेदन ऑनलाइन करते हैं तो फॉर्म भरने की तरीका भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर ही होना चाहिए।पशि्चम बंगाल से आए सुबीर का कहना था कि आवेदन करने का सही तरीका अगर विश्वविद्यालय ऑन लाइन ही बता दे, तो हम जैसे विद्यार्थियों को यहां आना ही नहीं पड़ेगा।