आंखों में जलन और गला खराब, नहीं सुधरा अभी शहर की हवा का हाल Agra News
सुबह सांस लेने में परेशानी खांसते-खांसते बुरा हाल। अस्थमा अटैक के मरीजों की उखड़ रहीं सांसें। शनिवार को आए पांच नए मरीज।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी की हवा में अभी सुधार नहीं आया है। दीपावली के बाद से सुबह के समय धूल और नमी से सांस लेने में परेशानी होने रही है। आंखों में जलन और गला खराब होने की भी शिकायत है। शनिवार को एसएन और निजी अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी रही। वहीं, एसएन में अस्थमा अटैक के पांच मरीज भर्ती किए गए।
दीपावली के बाद धुंध छाने के साथ सल्फरडाई ऑक्साइड, कार्बनमोनो ऑक्साइड और सूक्ष्म कण पर्टिकुलेट मैटर पीएम 2.5 का स्तर कम नहीं हो रहा है। इससे आंखों में जलन होने लगी है और गला खराब हो रहा है। सुबह खांसी शुरू होने के बाद बंद नहीं हो रही है, लोग खांसते-खांसते परेशान हैं। एसएन की टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट की ओपीडी में 220 मरीज पहुंचे, इन्हें सांस लेने में परेशानी और खांसी आ रही थी। वहीं, अस्थमा अटैक पडऩे पर पांच मरीजों को भर्ती किया गया। इसमें से एक मरीज को ऑक्सीजन पर रखना पड़ा है।
बच्चों को होने लगी परेशानी
इस मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों को हो रही है। आठ साल तक के बच्चों का खांसते-खांसते बुरा हाल है। तीन साल से कम उम्र के बच्चों को सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्या होने पर निमोलाइजर देना पड़ रहा है।
धूल कण और जहरीली गैसों का स्तर बढऩे से आंखों में जलन हो रही है, आंखों को ठंडे पानी से साफ कर लें, रगड़ें नहीं। डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही आइ ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
डॉ. आनंद उपाध्याय, नेत्र रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल
सुबह के समय मरीजों को ज्यादा परेशानी हो रही है, अस्थमा मरीजों की सांस उखड़ रही है। ये मरीज डॉक्टर से परामर्श लेकर इन्हेलर और दवाओं की डोज बढ़वा लें।
डॉ. संतोष कुमार, विभागाध्यक्ष टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट, एसएन
फिर खराब स्थिति में पहुंची आगरा की आबोहवा
ताजनगरी में शनिवार को आबोहवा खराब स्थिति में रही। अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) का स्तर बढ़ा हुआ रहने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन, खांसी की शिकायत रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार आगरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 231 रहा। यह खराब स्थिति है।
सीपीसीबी द्वारा प्रतिदिन शाम को पिछले 24 घंटों के आंकड़ों के आधार पर शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की जाती है। आगरा में संजय प्लेस स्थित ऑटोमेटिक मॉनीटङ्क्षरग स्टेशन पर एकत्र आंकड़ों के अनुसार आगरा में वायु गुणवत्ता खराब स्थिति में रही। एक्यूआइ 231 रहा, जो कि शुक्रवार के 176 से अधिक था। सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक रहने पर संतोषजनक, 101-200 तक रहने पर मध्यम और 201-300 तक रहने पर खराब मानी जाती है। इस स्थिति में ज्यादातर लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। शनिवार को फिजां में अति सूक्ष्म कणों की मात्रा अधिक रहने से यही स्थिति रही। सप्ताह में यह तीसरा दिन था, जबकि वायु गुणवत्ता खराब स्थिति में रही।
शाम 7:35 बजे रही यह स्थिति
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
कार्बन मोनो ऑक्साइड, 36, 132, 57
नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड, 18, 76, 53
सल्फर डाइ-ऑक्साइड, 3, 35, 20
ओजोन, 16, 101, 61
पीएम2.5, 95, 342, 239
एक सप्ताह में यह रही स्थिति
दिन, एक्यूआइ, स्थिति
रविवार, 100, संतोषजनक
सोमवार, 179, मध्यम
मंगलवार, 231, खराब,
बुधवार, 249, खराब
गुरुवार, 171, मध्यम
शुक्रवार, 176, मध्यम
शनिवार, 231, खराब