इन बिंदुओं पर मिले जवाब तो हो सकती है स्मारकों के प्रवेश शुल्क की बढ़ोत्तरी Agra News
एडीए सचिव ने महानिदेशक एएसआइ से मांगी जानकारी। एडीए ने एएसआइ के प्रवेश शुल्क के बराबर मांगा पथकर।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल सहित अन्य स्मारकों के प्रवेश शुल्क की बढ़ोत्तरी तीन बिंदुओं पर टिकी हुई है। एडीए सचिव राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने महानिदेशक, एएसआइ से जानकारी मांगी है। यह जानकारी मिलने के बाद एडीए नया प्रस्ताव शासन को भेजेगा।
एडीए बोर्ड की 15 दिसंबर 2014 को अहम बैठक हुई थी। एडीए अफसरों ने ताजमहल, आगरा किला, सिकंदरा, एत्माद्दौला और फतेहपुरसीकरी में एएसआइ के प्रवेश शुल्क के बराबर ही पथकर लेने का प्रस्ताव पास किया था। पिछले दिनों लखनऊ में प्रमुख सचिव, आवास दीपक कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई। एडीए अफसरों ने ताज सहित अन्य स्मारकों में घरेलू पर्यटकों के टिकट के प्रवेश शुल्क को बढ़ाने पर जोर दिया। एडीए सचिव ने बताया कि एडीए को 80 करोड़ रुपये सालाना प्रवेश शुल्क से आय होगी। वर्तमान में यह 56 करोड़ रुपये है। ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुरसीकरी में टिकट की दर 50 रुपये (दस रुपये एडीए और 40 रुपये एएसआइ) है। एडीए के प्रस्ताव से अब यह राशि बढ़कर चालीस रुपये हो जाएगी। इससे टिकट 50 से बढ़कर 80 रुपये हो जाएगी। वहीं ताज में विदेशी पर्यटकों का टिकट 1100 रुपये (500 एडीए और 600 रुपये एएसआइ) है। नए प्रस्ताव से यह टिकट 1200 रुपये होगी।
ये हैं तीन प्रमुख बिंदु
- एएसआइ से विदेशी एवं सार्क देशों के पर्यटकों की पथकर दरों में अंतर का आधार स्पष्ट किया जाए।
- सार्क देशों में भारत भी शामिल हैं। दर निर्धारण के समय सार्क से भारतीय के लिए पृथक होने का स्पष्ट उल्लेख।
- एएसआइ की स्वैप मशीन की कम दर के संबंध में स्पष्ट स्थिति।