Migratory Birds in Agra: Off Season में भी आगरा के सूर सरोवर पक्षी विहार में पेलिकन ने बढ़ाई रौनक
Migratory Birds in Agra कीठम झील से प्रवासी पक्षी लौटे अपने वतन सीजन समाप्त होने पर पहुंची पेलिकन। सूर सरोवर पक्षी विहार की ‘कीठम झील’ में तीन दिन पूर्व पेलिकन के पांच जोड़े पहुंचे हैं। वह रोजाना सुबह-सुबह भोजन की तलाश में झील में पहुंच जाते हैं ।
आगरा, सुबान खान। सूर सरोवर पक्षी विहार में प्रवासी मेहमानों की वतन वापसी से भले ही सूनापन हो गया है, पर सीजन के अंत में पहुंचकर पेलिकन ने रोनक लौटा दी है। पेलिकन की संख्या भले ही कम है, लेकिन झील के जल में उसकी अटखेलियां पर्यटकों को रास आ रही हैं। पर्यटक उन्हें ज्यादा से ज्यादा अपने कैमरे में कैद करना चाहते हैं।
कीठम स्थित सूर सरोवर पक्षी विहार की ‘कीठम झील’ में तीन दिन पूर्व पेलिकन के पांच जोड़े पहुंचे हैं। वह रोजाना सुबह-सुबह भोजन की तलाश में झील में पहुंच जाते हैं और प्रत्येक जोड़ा अलग-अलग जल में क्रीड़ा करता दिखाई देता है। यह ऐसे समय में पहुंची है। जिस वक्त झील से सारे प्रवासी पक्षी चले गए हैं। यानी पक्षियों का ‘सीजन आफ’ (अंतिम समय) हो गया है। यही कारण है कि प्रवासी पक्षी सेंट्रल एशिया की ओर लौट चुके हैं।
अप्रवासी पक्षी हुए कम
झील में ग्रेट कोर्मोरेंट बड़ी संख्या में अटखेलियां करती देखी जा रही है, लेकिन तमाम अप्रवासी पक्षी ठंडे प्रदेशों के लिए रवाना चुके हैं। हालांकि झील में स्पून बिल, रुडी सेल्डक, स्पाट बिल्ड और दो फ्लोमिंगो भी रुके हैं। झील के चाहुंओर बबूल के वृक्षों पर ग्रे हेरान, परपल हेरान, व्हाइट हेरान आदि के घौसले बना रखे हैं।
अगस्त में होगी नेस्टिंग
कीठम झील में कुछ अप्रवासी प्रजातियों के पक्षी इन घौसलों में निवास करते हैं। ये पक्षी मार्च के बाद नेस्टिंग करते हैं। यह प्रक्रिया मार्च के अंत से शुरू होकर अगस्त तक पूरी होती है। उस वक्त झील किनारों पर माहौल बहुत खुशनुमा हो जाता है। अगस्त के बाद ये चूजे उड़ने लगते हैं।