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Taxation: आयकर विभाग ने किया सावधान, भुगतान के नाम पर न हों साइबर ठगी के शिकार

Taxation अंजान ई-मेल या मैसेज लिंक पर जाने या जानकारी देने से किया मना। साइबर शातिर बना सकते हैं डाटा को निशाना। आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। साथ ही विवाद से समाधान योजना में भी आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर ही है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 02:44 PM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 02:44 PM (IST)
साइबर शातिर बना सकते हैं डाटा को निशाना।

आगरा, संदीप शर्मा। आपके आयकर रिफंड की औपचारिकता पूरी हो गई है, पैसा भुगतान को तैयार है। कृपया कागजी कार्रवाई पूरी करने के लिए लिंक पर क्लिक कर जानकारी भरें और जल्द से जल्द भुगतान प्राप्त करें। आजकल इस तरह के मैसेज आयकर दाताओं को खूब भेजे जा रहे हैं, लेकिन इन पर क्लिक मत कीजिएगा, नहीं तो साइबर ठग आपको अपना शिकार बना सकते हैं। इसको लेकर आयकर विभाग ने भी लोगों को चेतावनी जारी कर अलर्ट किया है।

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इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। साइबर शातिर लोगों को कई तरह के ई-मेल और मैसेज भेजकर लगातार बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। खासकर तब जब आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। साथ ही विवाद से समाधान योजना में भी आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर ही है।

न आए झांसे में

सीए प्रार्थना जालान ने बताया कि इन मैसेज और ई-मेल पर क्लिक करते ही साइबर ठग आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी मांग रहे हैं। इसके साथ ही वायरस से आपका पर्सनल डिवाइस भी प्रभावित होने की आशंका है, लिहाजा लगातार सामने आ रहे इस तरह साइबर ठगी के मामले रोकने के लिए आयकर विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि किसी भी तरह के रिफंड आदि के भुगतान संबंधित चालबाजों के झांसे में न आएं। न ही किसी से अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करें।

यह है अलर्ट

आयकर विभाग ने सभी करदाताओं को अलर्ट जारी किया की विभाग रिफंड आदि भुगतान की जानकारी बिना आधिकारिक मैसेज या ई-मेल भेजकर नहीं जुटाता। इसलिए यदि कोई आपसे रिफंड के बदले में आनलाइन जानकारी देने के लिए फोन, मैसेज या ई-मेल आ रहे हैं, तो उन्हें जानकारी न दें। उससे जुड़े किसी भी अटैचमेंट या लिंक को ओपन न करें। कोई भी लिंक या जानकारी वहां से कट या पेस्ट न करें। अपने सिस्टम में मजबूत एंटी वायरस का प्रयोग करें।

मुश्किल में उठाएं यह कदम

यदि आपके पास ऐसा कोई मैसेज, ई-मेल या फोन आया है, तो उसका लिंक बेवमैनेजर एट इनकमटैक्स डाट जीओवी डाट इन पर भेज दें। साथ में इनसिडेंट एट सीईआरटी-इन-ओआरजी डाट इन पर भी फारवर्ड कर दें। ऐसा ई-मेल प्राप्त होने पर उसका हैडर देखें। वहां उससे जुड़ी अतिरिक्त जानकारी आपको मिल जाएगी कि यह मेल सही है या साइबर फ्राड। 


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