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बारिश का मौसम है, डरें नहीं क्‍योंकि हर फुफकार में जहर नहीं होता Agra News

इन दिनों खुली जगहों पर निकल रहे सांप। काटते सभी सांप हैं लेकिन 17 में सिर्फ दो ही जहरीली सर्प प्रजातियां। सांप दिखने पर करें निगरानी वाइल्ड लाइफ की टीम को दें सूचना।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 10:05 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 10:05 AM (IST)
बारिश का मौसम है, डरें नहीं क्‍योंकि हर फुफकार में जहर नहीं होता Agra News
बारिश का मौसम है, डरें नहीं क्‍योंकि हर फुफकार में जहर नहीं होता Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। मानसून के आगमन पर मौसम सुहावना हो गया लेकिन साथ ही सांप-बिच्छू जैसे जीवों का निकलना भी आम हो रहा है। सर्पदंश और आबादी में सांप के निकलने की घटनाओं में एकाएक वृद्धि हो गई है। इससे लोगों में हड़बड़ाहट और आशंका फैल रही है, लेकिन इसकी जरूरत नहीं है। जानकारी और थोड़ी सावधानी बरतें तो डरने की कतई जरूरत नहीं।

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भारतीय समाज में सांपों को लेकर तमाम किवदंतियां हैं, लेकिन वास्तविक जानकारी काफी कम लोगों को है। आगरा और आसपास के क्षेत्र में केवल 17 प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं। घटना होने पर रक्षा के लिए काटते सब हैं, लेकिन इंडियन कोबरा और कॉमन करैत ही अधिक जहरीले होते हैं। इनके काटने पर आदमी खतरे में पहुंच जाता है। इसके अलावा 15 प्रजातियों में जहर नहीं होता है। हालांकि देश के अन्य हिस्सों में लगभग आधा दर्जन प्रजातियों के जहरीले सांप पाए जाते हैं जिसमें इंडियन कोबरा, कॉमन करैत, रसल्स वाइपर और सॉ-स्केल्ड वाइपर, इंडियन पिट वाइपर शामिल हैं।

बरतेंं सावधानी

अगर आपके घर में सांप घुस जाता है तो उसे देखकर चिल्लाना नहीं चाहिए। भागना नहीं चाहिए। बल्कि उस पर नजर रखनी चाहिए और वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम को सूचना देनी चाहिए। रात के वक्त में टार्च से नजर रखनी चाहिए।

सांप के काटने पर क्या करें

अगर आपके घर या रास्ते में अचानक आपके पैर से सांप दब जाता है और वह दंश लगा देता है। तो किसी झाड़-फूंक वाले के पास न जाए, बल्कि हॉस्पिटल में जाकर इलाज कराए। दंश लगने पर तत्काल ही किसी कपड़े, जूते के फीते आदि से बंद लगा लें, ताकि खून का संचार थम सके। इससे आपके शरीर में जहर कम मात्रा में फैलता है।

ब्रज में कितनी प्रजाति

ब्रज क्षेत्र में इंडियन कोबरा, इंडियन क्रेट, रेड स्नेक, वुल्फ स्नेक, चेकर्ड कीलबैक, रेसेल कुकरी, लीथ सेंड स्नेक, रॉयल स्नेक, रेड सेंड बोआ, कॉमन सेंड बोआ, कॉमन कुकरी, कैट स्नेक, ब्लाइंड स्नेक, डर्मेरिल्स ब्लैक हैडेड स्नेक, इंडियन रॉक पाइथन, ग्र्रीन कीलबैक।

सांप काटे तो उसका फोटो खींच लें

सांप काटने पर मरीज के इलाज में सबसे बड़ी परेशानी सांप की पहचान होती है। क्योंकि उसकी प्रजाति के आधार पर ही मरीज को एन्टी स्नेक वीनम इंजेक्शन लगाया जाता है। जहरीले सांप के न काटने पर इस इंजेक्शन से दिक्कत हो सकती है। डॉक्टरों को उसके लक्षणों का इंतजार करना पड़ता है। उसके बाद उचित इलाज शुरू किया जाता है।

यहां करें संपर्क

सांप या अन्य कोई भी जीव जन्तु दिखने पर वाइल्ड लाइफ के हेल्पलाइन 9917109666 नंबर पर फोन करके बताया जा सकता है। 


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