पंचायत चुनाव में ड्यूटी के बाद संक्रमित शिक्षकों की मौत, वास्तविकता जानने को आगरा डीएम से मांगी रिपोर्ट
उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ ने बेसिक शिक्षा सचिव से की थी शिकायत। 706 शिक्षक-कर्मचारियों की सूची सौंपी है इस पर शासन की ओर से मांगी गई है रिपोर्ट। आगरा के भी चार शिक्षकों के नाम इस सूची में है जबकि यहां18 शिक्षकों के निधन की बात संगठनों ने उठाई थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान संक्रमित होकर जान गंवाने वाले परिषदीय शिक्षकों की सूची शासन तक पहुंच गई है। उप्र बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी जिलाधिकारी को पत्र लिखकर सूची की प्रमाणिकता सत्यापित करने के निर्देश दिए हैं।
इसमें उन्होंने निर्देश दिए हैं कि उक्त सूची में शामिल 706 शिक्षक-कर्मचारियों के नामों का सत्यापन करें कि क्या उनकी ड्यूटी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में लगाई गई थी एवं उनकी मृत्यु कोविड-19 संक्रमण के कारण हुई है? इसकी प्रमाणिक आख्या तत्काल उपलब्ध कराएं।
यह की थी शिकायत
यह सूची बेसिक शिक्षा परिषद को उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ ने सौंपी है। संगठन प्रदेशाध्यक्ष डा. निदेश चंद शर्मा ने प्रदेशभर के 706 शिक्षकों की सूची सौंपी है, जिसमें शिक्षक का नाम, पद, विद्यालय का नाम, ब्लाक और जिले का नाम लिखा है। प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों को भारी जनहानि हो चुकी है। जबकि उक्त सूची में कर्मचारियों के मृत स्वजन के नाम शामिल नहीं है, जिनकी संख्या काफी अधिक है। आगरा के भी चार शिक्षकों के नाम इस सूची में है, जबकि यहां से भी करीब 18 शिक्षकों के संक्रमण से निधन होने की बात शिक्षक संगठनों ने उठाई थी।
आगरा के हैं यह नाम
- प्रताप सिंह, सहायक अध्यापक, उच्च प्राथमिक विद्यालय दहतौरा, बिचपुरी।
- मंसूर आलम खां, ब्लाक व्यायाम शिक्षक, सैंया।
- पूनम शाक्य, सहायक अध्यापक, प्राथमिक विद्यालय हट्टी, बिचपुरी।
- रूपा अग्रवाल, पारस्परिक स्थानांतरण पर, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय।