डग्गामार वाहनों में सफर को मजबूर जैतपुर के लोग
रोडवेज बस सेवा का संचालन न होने से परेशान हैं ग्रामीण आगरा आए लोगों को वापस जाते समय होती है दिक्कत
जागरण टीम, आगरा। बाह के ब्लाक जैतपुर की सीमा एमपी व इटावा जिले तक लगती है। आसपास करीब चार दर्जन गांव बाह व आगरा जाने के लिए बसों के ही सहारे हैं, लेकिन यहां रोडवेज का संचालन न होने के कारण मजबूरी में डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
लोगों का कहना हैं रोडवेज बसों का संचालन न होने के कारण आगरा आए लोग वापस लौटते समय रात का जैतपुर तक नहीं पहुंच पाते हैं, ऐसे में वार्डर पर बसे गांव तक कैसे पहुंचेंगे। जब बाह में डिपो नहीं था तब जैतपुर तक बसों का संचालन होता था। डिपो के बाद जैतपुर तक रोडवेज बस सेवा का संचालन नहीं हो पा रहा है। सुबह दिल्ली या भिंड के लिए एक दो बसों का संचालन होता है। परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही जैतपुर से आगरा और आगरा से जैतपुर के लिए बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। जैतपुर से आगरा तक बस सेवा का संचालन होना चाहिए। इसके अलावा कम एक बस को रात्रि विश्राम जैतपुर में करना चाहिए। ताकि सुबह आगरा जाने व रात को वापस आने में परेशानी न हो।
रमेश चंद्र कटारा, जैतपुर परिवहन विभाग को दिन में आगरा-जैतपुर तक बस सेवा का संचालन करना चाहिए। जैसे पहले होता था। अब निजी बसों का संचालन भी बंद है इससे परेशानी होती है।
लालू शर्मा, जैतपुर, रात के समय आगरा से आने में परेशानी होती है। उस समय डग्गामार वाहन भी नहीं मिलते है। इस कारण जनता की सुविधा को देखते हुए रात्रि को एक बस का संचालन होना चाहिए ।
सोनू प्रधान, रीछापुरा जैतपुर क्षेत्र की जनता को डिपो का लाभ उतना नहीं मिल पा रहा है जितना मिलना चाहिए था। डिपो होने के बाद भी जैतपुर क्षेत्र की जनता डग्गेमार वाहन के सहारे है।
रामसुंदर शर्मा, निवासी सिजवाईपुरा