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Offer for Public: यदि आप गाय पालना चाहते हैं तो सरकार आपको देगी निशुल्क, मिलेगा खर्चा भी

Offer for Public सरकारी योजना के अंतर्गत मुफ्त गाय के साथ उसके भरण-पोषण के लिए धनराशि भी दी जाएगी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 07:46 PM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 07:55 PM (IST)
Offer for Public: यदि आप गाय पालना चाहते हैं तो सरकार आपको देगी निशुल्क, मिलेगा खर्चा भी
Offer for Public: यदि आप गाय पालना चाहते हैं तो सरकार आपको देगी निशुल्क, मिलेगा खर्चा भी

आगरा, राजीव शर्मा। यदि आप अपने घर में गाय पालना चाहते हैं तो आपको गाय के लिए भटकने की जरूरत नहीं है। सरकार आपको गाय उपलब्ध कराएगी। साथ ही उसके भरन-पोषण का खर्चा भी देगी। जी हां, मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत कोई भी व्यक्ति निराश्रित गाय ले सकता है। उन्हें यह गाय सरकारी गोशालाओं के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। इसके माध्यम से वह रोजगार का अवसर भी सृजित कर सकते हैं।

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कोरोना काल में तमाम लोगों के रोजगार छिन गए हैं। उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। गरीबों के यहां खाने तक के लाले पड़ गए हैं। ऐसे में गाय उनका सहारा बन सकती है। ऐसे लोग आवेदन कर सरकारी गोशाला से गाय ले सकते हैं। इसके जरिये वह न सिर्फ अपने बच्चों को दूध उपलब्ध करा सकते हैं बल्कि अतिरिक्त दूध बेचकर कुछ आमदनी भी कर सकते हैं। आमतौर एक गाय एक टाइम 8 से 10 लीटर दूध रोज देती है। आगरा जिले में 198 लोगों को 633 गाय अब तक दी जा चुकी हैं। टैगिंग के माध्यम से इनकी निगरानी भी की जाती है। सरकार ने अब यह गाय कुपोषित बच्चों के परिवारों को भी उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है, जिससे कि उनका खान-पान सुधारकर उनको कुपोषण से मुक्त कराया जा सके।

यह है प्रक्रिया

एक पशुपालक को चार बेसहारा गोवंश सुपुर्द किए जा सकते हैं। इसकी संस्तुति संबंधित पशुचिकित्साधिकारी एवं ग्राम प्रधान द्वारा की जाती है। वर्तमान में गोवंश के भरन-पोषण के लिए पशुपालन को 30 रुपये प्रतिदिन प्रति पशु देने की व्यवस्था है। यानी एक गाय के भरन-पोषण के लिए महीने में 900 रुपये मिलेंगे।

वर्तमान में मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत बहुत से 198 लोगों को गाय सुपुर्द की जा चुकी हैं।

वीएस तोमर, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी

ये है आगरा में योजना की स्थिति

- 18 गोवंश संरक्षण केंद्र हैं जिले में।

- 5300 गोवंश हैं सभी केंद्रों पर।

- 1200 नंदी हैं नंदीशालाओं में।

- 633 गाय की जा चुकी हैं सुपुर्द।

- 198 लोगों को सुपुर्द की गई हैं गाय।

- 900 रुपये प्रतिमाह भरण-पोषण के लिए दिया जाता है।


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