Bed Rolls in Trains: सफर में सर्दी से बचना है तो ट्रेन में साथ ले जाना होगा अपना कंबल
कोरोना काल से ट्रेनों के एसी कोच में बंद है चादर कंबल तकिया उपलब्ध कराने की व्यवस्था। प्लेटफार्म पर भी कराई जा रही है डिस्पोजेबल बैड रोल की बिक्री। चाहें तो कंबल तकिया और तौलिया अलग अलग भी कर सकते हैं खरीद। सेनेटाइटर और मास्क भी स्टेशन पर
आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दी के मौसम में यदि ट्रेन के वातानुकूलित कोच में सफर करना है तो यात्री अपने साथ कंबल ले जाना न भूलें। क्योंकि रेलवे ने एसी कोच में कंबल, तकिया उपलब्ध कराने की व्यवस्था अब तक शुरू नहीं की है। घर से साथ न लाने पर उन्हें प्लेटफार्म से कंबल, तकिया खरीदना होगा। प्लेटफार्म पर इनकी बिक्री हो रही है।
कई दशक पहले रेलवे ने एसी कोचों में यात्रियों को बेडरोल देने की व्यवस्था शुरू की थी। इसके तहत प्रत्येक यात्री को एक चादर, एक तकिया व एक कंबल दिया जाता था। मगर, पिछले साल कोरोना की दस्तक के साथ ही बेडरोल देना बंद कर दिया। कोरोना संक्रमण कम होने पर ट्रेनों का जब संचालन शुरू किया गया तो रेलवे ने नई गाइड लाइन तैयार की। इसके अनुसार, यात्रियों को चादर, तकिया, कंबल या तो अपने साथ घर से लाने होंगे या फिर स्टेशन से डिस्पोजल चादर, तकिया, कंबल खरीदने होंगे। अब रेलवे लगभग पूरी तरह से पटरी पर आ चुका है लेकिन अब तक ये व्यवस्था बहाल नहीं की है।
डिस्पोजेबल कंबल 100 रुपये
डिस्पोजेबल तकिया 50 रुपये
डिस्पोजेबल तौलिया 25 रुपया
ये भी उपलब्ध हैं
100 एमएल का सैनिटाइजर 48 रुपये
200 एमएल का सैनिटाइजर 95 रुपये
500 एमएल का सैनिटाइजर 245 रुपये
इंडियन एन 95 मास्क 95 रुपये
तीन लेयर मास्क चार रुपये
काटन मास्क 40 रुपये
ट्रेनों के एसी कोच में चादर, कंबल और तकिया उपलब्ध कराने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है। कोरोना की स्थिति का रिव्यू होने के बाद ही इस पर कोई फैसला होगा। सर्दी से बचने के लिए यात्री स्टेशन से डिस्पोजल कंबल आदि खरीद सकते हैं। स्टेशनों पर इनकी बिक्री हो रही है।
एसके श्रीवास्तव, जनसंपर्क अधिकारी, आगरा रेल मंडल