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Millet Purchase Center: न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी खरीद तो बाजरा के खुद बढ़ जाएंगे भाव, पढ़ें आगरा में बाजरा की फसल का हाल

Millet Purchase Center जिले में 1.32 लाख हेक्टेयर में होती है बाजरा की फसल। बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य गत वर्ष 2020-21 में 2150 रुपये प्रति कुंतल था। इसे सरकार द्वारा बढ़ाकर 2250 रुपये प्रति कुंतल कर दिया गया है।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 02:04 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 02:04 PM (IST)
Millet Purchase Center: न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी खरीद तो बाजरा के खुद बढ़ जाएंगे भाव, पढ़ें आगरा में बाजरा की फसल का हाल
जिले में बाजरा के खरीद केंद्र खोलने के लिए किसान लंबे समय से मांग उठा रहे हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। किसानों को फसल का बेहतर मूल्य मिले इसके लिए बाजरा खरीद केंद्र की दरकार जिले में बनी हुई है। किसान लंबे समय से मांग कर रहे हैं और बड़ा रकवा होने के कारण भी गिनाए जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित हो रहा है तो खरीद केंद्र भी खुलने चाहिए। केंद्र खुलने से बाजार का भाव खुद ही बढ़ जाता है, नहीं तो मंडी में मनमानी की जाती है।

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जिले में 1.32 लाख हेक्टेयर में बाजारा उत्पादन होता है। इसकी बुवाई 15 जुलाई से 15 अगस्त के मध्य होती है। जिले की प्रमुख फसल में से एक बाजरा के खरीद केंद्र खोलने के लिए किसान लंबे समय से मांग उठा रहे हैं, लेकिन प्रक्रिया धरातल पर नहीं उतर पा रही है। पिछले दिनों कुछ किसान संगठनों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था तो कृषि मंत्री से मिलकर मांग उठाई थी। गत वर्ष बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2150 रुपये प्रति कुंतल था, लेकिन किसानों को 400 से लेकर 500 रुपये तक कम भी बाजार में बेचना पड़ा था।

गेहूं, सरसों की होती है खरीद

गेहूं खरीद के लिए सरकार द्वारा पूरे जिले में पर्याप्त केंद्र खोले जाते हैं, जिससे किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद हाे सके। वहीं सरसों के लिए भी गत वर्ष सरसों खरीद के लिए खेरागढ़ और सदर तहसील में खरीद केंद्र खुले थे। किसानों की अन्य तहसीलों में केंद्र खोलने की मांग थी।

इस बार 2250 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य

बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य गत वर्ष 2020-21 में 2150 रुपये प्रति कुंतल था। इसे सरकार द्वारा बढ़ाकर 2250 रुपये प्रति कुंतल कर दिया गया है। खरीद केंद्र नहीं खुलने के कारण इसके बाद भी मंडी में किसानाें को 1700 रुपये से 1800 रुपये प्रति कुंतल ही मिल पाते हैं।

किसानों ने समय-समय पर बाजरा खरीद केंद्र खुलवाने की मांग की है। इसे शासन को भेजा गया है। खरीद के लिए होने वाली सभी चर्चाओं में इसे सम्मिलित किया गया है। शासन स्तर से जो निर्देश मिलेंगे वह कराया जाएगा।

महेंद्र सिंह, उप निदेशक कृषि

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से मुलाकात कर बाजरा खरीद केंद्र खोले जाने की मांग की है। उनकी ओर से आश्वस्त किया गया है। खरीद केंद्र खुलने से ही किसानों को बेहतर भाव मिलेगा

मोहन सिंह चाहर, प्रांत अध्यक्ष, भारतीय किसान संघ

बाजरा खरीद केंद्र की मांग लंबे समय से चली आ रही है, लेकिन किसानों की सुनवाई नहीं हो रही है। मंडी में मनमानी होती है, जिस कारण किसानों को कम मूल्य पर बाजरा बेचना पड़ता है।

डा. हर्षवर्धन, किसान 


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