Agra Museum: बिजनेस प्लान हो तैयार तो बढ़े आगरा में म्यूजियम के काम की रफ्तार
छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम योजना में केवल भवन निर्माण का बजट है शामिल। भवन की लागत बढ़कर 172 करोड़ रुपये तक पहुंची।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम में काम की रफ्तार बिजनेस प्लान तैयार होने के बाद ही बढ़ सकेगी। बिना बिजनेस प्लान के म्यूजियम का भवन ही तैयार हो सकेगा। बिजनेस प्लान स्वीकृत होने के म्यूजियम में प्रदर्शित की जाने वाली कलाकृतियों, गैलरी आदि के लिए सरकार को अलग से बजट आवंटित करना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा में बन रहे मुगल म्यूजियम का नामकरण छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर करने के निर्देश दिए हैं। म्यूजियम के संचालन, देखरेख, प्रदर्शित की जाने वाली कलाकृतियों, बनाई जाने वाली गैलरियों अादि के लिए सरकार ने जनवरी में आर्किटेक्ट फर्म आरकॉम से बिजनेस प्लान मांगा था, जो अब तक नहीं मिला है। म्यूजियम में ब्रज के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज से संबंधित धरोहर को जगह दी जाएगी। म्यूजियम के भवन निर्माण को वर्ष 2015 में 141.89 करोड़ रुपये की योजना तैयार की गई थी, उसमें म्यूजियम में प्रदर्शित की जाने वाली कलाकृतियों, गैलरी आदि बनाने का बजट शामिल नहीं था। जीएसटी लागू होने और लागत बढ़ने से भवन निर्माण की लागत बढ़कर 172 करोड़ रुपये हो गई है। कॉस्ट रिवाइज करने का प्रस्ताव शासन स्तर पर लंबित है। बिजनेस प्लान के आधार पर म्यूजियम के लिए अलग से बजट सरकार को देना होगा।
उपनिदेशक पर्यटन अमित ने बताया कि म्यूजियम के लिए बिजनेस प्लान तैयार होने के बाद कई चीजों में सुधार होगा। प्लान के अनुरूप म्यूजियम में प्रदर्शित की जाने वाली कलाकृतियों, गैलरियों के लिए अलग से बजट जारी होगा।
रुका काम शुरू होने की बंधी उम्मीद
बजट के अभाव में म्यूजियम का काम जनवरी से बंद है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट में म्यूजियम के लिए 20 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन उनमें से तीन करोड़ रुपये ही मिले थे। मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान लेने के बाद अब फंड जारी होने पर रुका हुआ काम शुरू होने की उम्मीद बंधी है।