पीएम उज्जवला योजना कनेक्शन चाहिए तो बदल गए हैं नियम, कराना होगा ई-केवाईसी
प्रवासी के लिए हो गई उज्जवला योजना की शुरुआत अन्य को अभी करना होगा इंतजार। 25 हजार नए आवेदक हैं कतार में अभी नहीं मिली है निदेशालय से संस्तुति। आगरा के 25 हजार से अधिक नए आवेदकों को अभी कनेक्शन नहीं मिले हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। वर्ष 2019 में पीएम उज्जवला योजना को बंद कर दिया गया था। तब तक आगरा में 2.40 लाख कार्ड धारकों को कनेक्शन दिया गया था। उज्ज्वला योजना और उज्जवला एक्सटेंशन के तहत पात्रों का चयन हुआ था। अब दूसरा चरण शुरू हो गया है, लेकिन आगरा में योजना को संस्तुति का इंतजार है। प्रवासी के लिए उज्जवला कनेक्शन देने की शुरुआत हो गई है। वहीं अन्य आवेदकों का ई-केवाईसी अनिवार्य है, जिसकी प्रक्रिया कराई जा रही है।
पीएम उज्जवला योजना के तहत कुल हाउस होल्ड के 90 फीसद से कम कनेक्शन वाले जिलों में अभी योजना का लाभ दिया जा रहा है, जिसकी शुरुआत 10 अगस्त से हो गई थी। आगरा में कुल हाउस होल्ड पर एलपीजी कनेक्शन, 100 फीसद का आंकड़ा पार कर चुके हैं। आगरा के 25 हजार से अधिक नए आवेदकों को अभी कनेक्शन नहीं मिले हैं, लेकिन उनके ई-केवाईसी की प्रक्रिया कराई जा रही है। आगरा में अभी प्रवासी वालों को उज्ज्वला के कनेक्शन जारी हो सकेंगे, जिसकी अनुमति हो गई है। वहीं ई-केवाईसी के लिए आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड जा रहा है। अगर पंजीकृत नंबर बंद हो गया होगा तो आवेदक को एजेंसी पहुंच बायोमैट्रिक करानी हाेगी। इसके बाद दुबारा से नंबर को आरंभ कर दिया जाएगा। ई-केवाईसी की प्रक्रिया भी ज्यादा कठिन नहीं है।
ये है आंकड़ा
आगरा में कुल एलपीजी कनेक्शन, 10 लाख
कुल उज्जवला कनेक्शन, 2.40 लाख
प्रवासी के लिए उज्जवला योजना के तहत कनेक्शन दिए जा रहे हैं। कुल सात आवेदन थे, जिसमें से पांच को कनेक्शन जारी हो चुका है। वहीं उज्जवला के सामान्य कनेक्शन देने के लिए अभी संस्तुति नहीं मिली है। पहले चरण में लक्ष्य पूरा कर लिया गया था, जबकि कुल हाउस होल्ड पर एलपीजी कनेक्शन का आंकड़ा 100 फीसद से अधिक है। निदेशालय से स्तुति मिलते ही आवेदनों पर कनेक्शन जारी कराए जाएंगे।
बीआर मीणा, असिस्टेंट मैनेजर, आइओसी