पुलिस को नहीं पता राडार से कैसे गायब हुए यहां के 115 हिस्ट्रीशीटर
916 हिस्ट्रीशीटरों में से 63 जेल में 12 की हो चुकी मौत। गायब हिस्ट्रीशीटरों के अपराधी गतिविधियों में लिप्त होने का डर।
आगरा, जेएनएन। मैनपुरी पुलिस के अभिलेखों में दर्ज 916 हिस्ट्रीशीटरों में से 115 पुलिस के राडार से गायब हो चुके हैं। ये हिस्ट्रीशीटर कहां है, इनकी गतिविधियां क्या है, पुलिस को पता नहीं है। डर इस बात का है कि कहीं ये हिस्ट्रीशीटर गंभीर आपराधिक वारदातों को अंजाम नहीं दे रहे हैं। हालांकि, तीन माह से पुलिस इनके छिपे होने के स्थान के बारे में पता लगा रही है, लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस की नींद उड़ी हुई है।
नियमानुसार हिस्ट्रीशीटर की गतिविधियों की पूरी जानकारी पुलिस को होनी चाहिए। हिस्ट्रीशीटर जिस स्थान पर रहता है। वहां से संबंधित थाने की पुलिस को लगातार उसकी गतिविधियों की निगरानी करनी होगी, लेकिन पुलिस इसे लेकर गंभीर नहीं है। निगरानी के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आला अधिकारी सक्रिय है। डीजीपी ने हिस्ट्रीशीटरों की गतिविधियों पर नजर रखने व उन्हें मुचलकों से पाबंद करने का निर्देश दिया था। जिले के अधिकारी भी चुनाव से पहले हिस्ट्रीशीटरों पर शिकंजा कसना चाहते हैं। चुनाव की आहट से पहले ही पुलिस ने इनकी निगरानी तेज की तो हैरान करने वाली जानकारियां सामने आईं।
जिले में कुल 916 हिस्ट्रीशीटर अपराधी पुलिस के अभिलेखों में दर्ज हैं। इनके बारे में पड़ताल शुरू हुई तो 726 हिस्ट्रीशीटर अपने घरों, रिश्तेदारियों अथवा काम के स्थान पर मौजूद मिले। 63 अलग-अलग आपराधिक मामलों में जेल में बंद मिले। 12 की मौत हो जाने की पुष्टि हुई, लेकिन 115 हिस्ट्रीशीटरों का पता लगाने में पुलिस सफल नहीं हो पाई है। गायब हिस्ट्रीशीटर कहां है, ये पहेली बना हुआ है।
चुनाव में हिस्ट्रीशीटर कई बार गड़बड़ी की वजह बन जाते हैं। इसलिए अधिकारियों ने इन्हें खोज निकालने का आदेश दिया है। पुलिस भी सक्रिय हो गई है। देखना है कि गायब हिस्ट्रीशीटरों का पता लगाने में पुलिस सफल हो पाती है या नहीं। अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश ङ्क्षसह ने बताया कि गायब हिस्ट्रीशीटरों का जल्द पता लगा लिया जाएगा।
613 पर निरोधात्मक कार्रवाई
तलाश में मिले हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई का सिलसिला तेज कर दिया है। इनमें से 603 के विरुद्ध गैंगेस्टर एक्ट, 110जी, दप्रसं, 107,116दप्रसं व गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है। पुलिस ने सभी हिस्ट्रशीटरों को कानून के घेरे में लेने की तैयारी शुरू कर दी है।