Move to Jagran APP

मंडी में सेब की भरमार, कम मिल रहे खरीदार

अनुच्छेद 370 हटने के बाद शुरुआत में रुकी पर अब हो रही बंपर आवक - रोज आ रही 25 से अधिक गाड़ियां कभी आंकड़ा 30 कर जाता है पार

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 09:00 AM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 06:23 AM (IST)
मंडी में सेब की भरमार, कम मिल रहे खरीदार
मंडी में सेब की भरमार, कम मिल रहे खरीदार

आगरा,

loksabha election banner

जागरण संवाददाता। कश्मीर के हालात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है, कि सिकंदरा मंडी में सेब की बंपर आवक हो रही है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद सितंबर से शुरू हुए सेब के सीजन में शुरुआत में तो आवक ठप रही थी, लेकिन एक महीने बाद सब गिनी-चुनी गाड़ियां आना शुरू हो गई थीं। गत महीने से बंपर आवक हो रही है। रोज 25 से 30 गाड़ियों की आवक से सेब की भरमार है, जबकि इतने खरीदार नहीं मिल पा रहे हैं। इससे दामों में भी 200 रुपये तक गिरावट आई है।

मंडी में हिमाचल और कश्मीर दो जगह के सेब सुर्खियां बिखेरते हैं। सितंबर तक हिमाचल के सेब ने बाजार पर कब्जा रखा था, रोज 12 से 15 गाड़ियां आती थीं। सितंबर के दूसरे सप्ताह से कश्मीरी सेब की शुरुआत हो जाती है, जिसके बाद हिमाचल सेब से व्यापारी किनारा करने लगते हैं। इस बार ऐसा नहीं हुआ, अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुई सख्ती से स्थानीय व्यापारी खरीद करने नहीं गए। संचार सेवा भी लगभग बंद चल रही थी, जिससे संपर्क नहीं हो पा रहे थे। सितंबर के अंतिम सप्ताह से कश्मीर की आवक शुरू हुई। कई गाड़ियां तो खुद बाग स्वामी लेकर आते थे और मुश्किलों को साझा करते थे। एक महीने से मंडी में बंपर आवक हो रही है। दीपावली पर तो 75 गाड़ियां एक ही दिन में मौजूद थीं। रोज 25 से 30 गाडि़या सेब लेकर आ रही हैं और बैलेंस में 15 गाड़ियां चल रही हैं। बुधवार को ये आंकड़ा 50 पार कर गया और बैलेंस में 25 गाड़ियां मौजूद थीं। इससे सेब के भाव पर भी असर पड़ा है। अब तक 500 से 900 रुपये की बिकने वाली 14 से 17 किलो की पेटी अब 250 से 750 रुपये तक हो गई है। विक्रेताओं का कहना है कि 200 रुपये से अधिक दामों में गिरावट आई है। खरीदार भी कम मिल रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.