Tips for Health: घर पर रहकर वजन ना बढ़ाएं, कमजोर हो जाएगी Immunity
टमाटर और तुलसी को करें भोजन में शामिल। बच्चों और बुर्जुगों कों दें पौष्टिक भोजन।
आगरा, प्रभजोत कौर। 21 दिनों का लॉक डाउन है। पूरा परिवार एक साथ है, ऐसे में खाने की मात्रा बढ़ गई है। खाने की मात्रा को संतुलित करते हुए वजन को भी संतुलन में रखना है। मोटापे में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लगती है। ऐसे में खाना ऐसा खाएं जो शरीर में हर कमी को पूरा करे और वजन को बढ़ने ना दे। डाइटीशियन सोनल भार्गव बता रही हैं कुछ टिप्स-
मोटापे से कम होती है इम्युुनिटी
मोटापा बहुत सारी बीमारियों की वजह है। मोटापे की वजह से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम होने लगती है। मोटापे की वजह से सफेद कोशिकाएं बनने में दिक्कत होती है। जब शरीर में सफेद कोशिकाएं कम होने लगती हैं, तो प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
आठ घंटे नींद जरूरी
सेहतमंद रहने के लिए यह बेहद जरूरी है कि आपकी नींद पूरी हो। आठ घंटे की गहरी नींद जरूरी है। बदलती हुई दिनचर्या में रात के समय भी काम करते हैं, जिसकी वजह से आपकी नींद बाधित होती है। इम्यूनिटी को सुधारना चाहते हैं, तो इसके लिए यह बेहद जरूरी है कि आप खुद को अनावश्यक तनाव से दूर रखें।
- इम्युुनिटी बढ़ाने के लिए अपने आहार में टमाटर को जरूर शामिल करें। इसमें मौजूद लाइकोपीन नामक एंटी ऑक्सिडेंट आपके दिमाग की सेहत के लिए जरूरी है। इसके अलावा टमाटर में विटामिन के, विटामिन सी और फाइबर की बहुतायत होती है, जो इम्यूनिटी सुधारने में मददगार साबित होते हैं।
- संतरा, नींबू, आंवला, मौसमी जैसे खट्टे फलों में विटामिन सी की भरपूर मात्र होती है, जो हर तरह के संक्रमण से लड़ने वाली श्वेत रक्त कणिकाओं का निर्माण करने में सहायक है। इन सारी चीजों को अपने आहार का नियमित हिस्सा बनाएं।
- लहसुन भरपूर मात्र में एंटी ऑक्सिडेंट बनाकर हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली को बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है। इसमें एलिसिन नामक ऐसा तत्व पाया जाता है, जो शरीर को किसी भी प्रकार के संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ-साथ पेट के अल्सर और कैंसर से भी शरीर का बचाव होता है। रोजाना सुबह लहसुन की दो कलियों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है और लंबे समय तक इम्यून सिस्टम भी मजबूत बना रहता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- वातावरण साफ-सुथरा रखने के अलावा अपनी शारीरिक स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि बहुत सारी बीमारियों का कारण गंदगी होती है।
- तुलसी और करी पत्ता में एंटी ऑक्सिडेंट तत्वों की बहुतायत होती है। प्रतिदिन इनकी आठ-दस पत्तियां चबाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है।
- रोजाना थोड़ी देर धूप में बैठें ताकि सामना सूर्य की अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से हो। धूप विटामिन डी का बेहतरीन स्त्रोत होती है, जो हड्डियों को मजबूती देने के साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को भी दुरुस्त करती है।
- दो से तीन लीटर पानी पिएं, डीहाइड्रेट ना हों।
- पका हुआ खाना ही खाएं, कच्चा ना खाएं।
- हाई प्रोटीन डाइट लें, दालें, दूध, दही का सेवन करें।
- बच्चों की डाइट पर ध्यान दें, बुजुर्गों को भी पौषिट्क खाना दें।