Home Delivery: कोरोना से बदलाव, अब बड़े स्टोर पहुंच रहे ग्राहक के द्वार
Home Delivery एफएसडीए में पहुंच रहे आवेदक ई-ट्रेडिंग के लाइसेंस की मांग बड़ी। दुकानों पर कम हुई ग्राहकों की संख्या।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल ने लोगों की दिनचर्या के साथ व्यवसाय का तरीका भी बदल दिया है।इसके साथ ही लोगों की सोच भी बदल गई है। खाद्य पदार्थ स्टोरों पर ग्राहकों की संख्या कम हुई तो स्टोर स्वामियों ने राशन घर पहुंचाना शुरू कर दिया है। मिठाई बेचने वाले दुकानदार भी घर पर आटा और दाल की होम डिलीवरी कर रहे हैं।
अनलॉक-1 शुरू होने पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) कार्यालय में बड़ी संख्या में ई-ट्रेडिंग लाइसेंस के लिए आवेदन पहुंचे हैं। मिठाई विक्रेता भी घर के राशन की होम डिलीवरी करने के लिए लाइसेंस ले रहे हैं। खाद्य सामग्री की ऑफलाइन विक्रय करने वाले बड़े स्टोर से भी आवेदन किया गया है। इसमें बिग बाजार, बीकानेर, शॉप किराना, ताजगंज में टीएचपी, शमसाबाद रोड स्थित रूषी ब्रादर्स किराना स्टोर सहित 28 बड़े स्टोर स्वामियों ने ई-ट्रडिंग के लिए आवेदन किया है।
दुकानों पर ग्राहकों की कमी
कोरोना संक्रमण के फैलाव के कारण ग्राहक दुकानों पर कम तादाद में पहुंच रहे हैं। उधर, स्टोर संचालक भी भीड़ जुटाने से बच रहे हैं। यही कारण है कि उन्होंने लाइसेंस प्राप्त कर ऑनलाइन ऑर्डर लेने शुरू किए हैं।
मिला रोजगार
शहर में 52 स्टोर व बड़ी दुकानों से होम डिलीवरी है। इससे लगभग 500 युवकों को रोजगार मिला है। कुछ स्टोर से जोमेटो और स्वैगी के कर्मचारी ही सप्लाई कर रहे हैं।
शॉप किराना के आगरा में रामबाग और अरतौनी पर दो स्टोर हैं। स्टोर से छोड़ी किराना की दुकानों पर माल सप्लाई होता था। लॉकडाउन अवधि में होम डिलीवरी भी शुरू कर दी थी। एप के माध्यम से ऑर्डर लेकर घर पर राशन पहुंचाया जाता था।
पवन शर्मा, स्टेट हेड, शॉप किराना
हम पहले से फास्ट फूड के ऑनलाइन ऑर्डर लेते थे, लेकिन लॉकडाउन अवधि से राशन की भी होम डिलीवरी शुरू कर दी है। हमारे यहां से रोजाना तीन सौ ऑर्डर का सामान पहुंचाया जाता है।
रोहित मित्तल, बीकानेर, भगवान टॉकीज