Gold Loot Agra: पुलिस से चार कदम आगे चल रहा है हिस्ट्रीशीटर लाला, आगरा में लूटा है करोड़ों का सोना
मणप्पुरम गोल्ड से करोड़ों का सोना लूटने वाले बदमाश के स्वजन और रिश्तेदारों पर कसा पुलिस ने शिकंजा समय के साथ बढ़ रही चिंता। दिल्ली में भी पुलिस टीम ने दी दबिश नहीं मिल रहा शातिर का कोई सुराग।
आगरा, जागरण संवाददाता। मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में करोड़ों की डकैती डालने वाले गैंग का सरगना हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र उर्फ लाला बेहद शातिर है और पेशवर भी है। इसलिए पुलिस से बचने का हर तरीका उसको पता है। यही वजह है कि वह पुलिस से चार कदम आगे चल रहा है और अभी तक पुलिस उसका सुराग तक नहीं लगा पाई है।
कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन की शाखा में शनिवार को बदमाशों ने डकैती डाली थी। बदमाश करोड़ों रुपये का सोना और छह लाख रुपये ले गए थे। वारदात के कुछ देर बाद ही एत्मादपुर में पुलिस मुठभेड़ में दो बदमाश ढेर हो गए थे। इनकी शिनाख्त फीरोजाबाद के जैन नगर निवासी मनीष पांडेय और मटसेना के कनेटा निवासी निर्दोष के रूप में हुई थी। गैंग का सरगना फीरोजाबाद के सुहाग नगर निवासी नरेंद्र उर्फ लाला है। उसके साथ अंशू, प्रभात शर्मा और रिंकी शर्मा फरार हैं। पुलिस फरार नरेंद्र का अभी तक सुराग भी नहीं लगा पाई है। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि नरेंद्र ने मंगलवार को सुबह वारदात से पहले ही अपना मोबाइल फीरोजाबाद में बंद कर दिया था। इसके बाद देर शाम आन किया। वारदात में उसने कोई वाहन भी इस्तेमाल नहीं किया। घटना के बाद भागने के लिए गैंग ने रामबाग से एत्मादपुर तक आटो का इस्तेमाल किया। इसके बाद नरेंद्र बुढ़िया के ताल से फीरोजाबाद की ओर रेलवे लाइन से होकर गया। क्योंकि हाईवे पर चेकिंग हो रही थी। सभी साथी अलग-अलग दिशाओं से अपने ठिकानों पर पहुंच गए। सूत्रों का कहना है कि नरेंद्र घटना के बाद रात को अपने घर पर ही ठहरा था। देर रात पुलिस उसकी तलाश में पहुंची, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया। उसने अपने साथ अधिकतर नए युवकों को जोड़ा था। इसलिए पुलिस को उनके बारे में जानकारी करने में देर लगी। अब वे भी अपने घरों से फरार हैं। पुलिस ने अब सरगना और उसके साथियों के स्वजन व रिश्तेदारों पर शिकंजा कस दिया है।
आपरेशन पहचान में लापता मिला था लाला
एडीजी के निर्देश पर जोन में आपरेशन पहचान चलाया जा रहा है। इसके तहत अपराधियों का बीट सिपाही के द्वारा घर जाकर सत्यापन किया जा रहा है। इसके बाद मोबाइल एप पर उसे अपडेट किया जाता है। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि फीरोजाबाद के नरेंद्र उर्फ लाला के घर भी बीट सिपाही सत्यापन को पहुंचे थे। तीन बार पुलिस उसके घर गई, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद बीट सिपाही ने अपनी आख्या में नरेंद्र को लापता दिखाया था। अंतिम बार जून के अंतिम सप्ताह में बीट सिपाही उसके घर सत्यापन को पहुंचे थे। आशंका है कि वह कुछ दिन से आगरा में अपना ठिकाना बनाए थे। नए युवकों का गैंग बनाकर उसने बड़ी वारदात कर दी।