खाकी का प्रयास, मोबाइल एप में दर्ज होगा शोहदों का काला इतिहास Agra News
सीओ सदर तैयार करा रहे एप। पकड़े जाने पर शोहदों का काला चिट्ठा फीड कर दिया जाएगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। स्कूल और कॉलेजों के बाहर मंडराने वाले शोहदों की अब खैर नहीं। सीओ सदर विकास जायसवाल शोहदों पर शिकंजा कसने के लिए एक मोबाइल एप तैयार करा रहे हैं। इसमें शोहदों के पकड़े जाने पर उनका पूरा काला चिट्ठा फीड कर दिया जाएगा। बार-बार पकड़े जाने पर वह जेल जाने से नहीं बच पाएंगे।
प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद शोहदों पर कार्रवाई को एंटी रोमियो टीम का गठन हुआ। आगरा में सर्किल स्तर पर ये टीम हैं। सभी के लिए स्थान नियत हैं। कॉलेजों के बाहर खड़े होकर छात्राओं का पीछा करने वालों को रोककर एंटी रोमियो टीम उन्हें चेतावनी देती है। उनका नाम रजिस्टर में भी लिखा जाता है। यह कार्रवाई प्रभावी नहीं हो पा रही। क्योंकि कुछ शोहदे चेतावनी के बाद भी हरकतों से बाज नहीं आते। मगर, अगली बार पकड़े जाने पर उनका पिछला रिकार्ड पता नहीं चल पाता। सीओ सदर विकास जायसवाल ने एसएसपी बबलू कुमार से बात करके इसके लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन तैयार कराने की योजना बनाई है। एप का आधा काम हो गया है। एक सप्ताह में इस एप पर पुलिस काम शुरू कर देगी। इसके बाद बार-बार पकड़े जाने वाले शोहदों का जेल जाना तय माना जा रहा है।
ऐसे करेगा काम
- शोहदे के पकड़े जाने पर एंटी रोमियो टीम या चीता मोबाइल शोहदे का थंब इंप्रेशन, सामने और साइड से लिए गए दो फोटो, युवक और उसके पिता के मोबाइल नंबर के साथ उसका आधार कार्ड नंबर भी एप में फीड कर देगी।
- अगली बार पकड़े जाने पर पुलिस शोहदे का थंब इंप्रेशन लेगी। इसके लगते ही उसका पिछला रिकार्ड खुल जाएगा। अगर वह दूसरी बार पकड़ा गया है तो स्वत: ही एप से उसके पिता पर एसएमएस जाएगा। उनके आने पर ही युवक को छोड़ा जाएगा।
- एप के माध्यम से एक लिंक स्कूल कॉलेजों के प्रिंसिपल को दिया जाएगा। उनके द्वारा इस पर भेजे गए फोटो का डाटा से मिलान कर कार्रवाई की जा सकेगी।