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अब भी खतरे के निशान से ऊपर चंबल नदी

जलस्तर 132.90 पर पहुंचा 15 गांवों का संपर्क अब भी टूटा हुआ लोगों की आवाजाही के लिए जुटीं हैं प्रशासन की चार मोटर बोट

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Aug 2021 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 08 Aug 2021 06:00 AM (IST)
अब भी खतरे के निशान से ऊपर चंबल नदी
अब भी खतरे के निशान से ऊपर चंबल नदी

जागरण टीम, आगरा। चंबल नदी का जलस्तर 132.90 मीटर पर पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 132 मीटर से अब भी करीब एक मीटर ऊपर है। 15 गांवों का संपर्क अब भी तहसील मुख्यालय से टूटा हुआ है। इनके संपर्क मार्गो पर भी चार से पांच फीट पानी भरा हुआ है। प्रशासन की चार मोटर बोट लोगों की आवाजाही के लिए तैनात हैं। एसडीएम अब्दुल बासित का कहना है कि नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की गुंजाइश अब कम है।

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गुढ़ा, गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा, उमरैठा पुरा के लोग ऊंटे टीलों पर शरण लिए हुए हैं। उन्हें खान-पान व मवेशियों के लिए चारे की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बिजली व्यवस्था न होने से शाम होते ही वे तंबुओं में कैद हो जाते हैं। प्रभावित लोगों का कहना है कि बाढ़ के कारण जलीय जीव कभी भी हमला कर सकते हैं। उधर, शुक्रवार से नदी का जलस्तर गिरना शुरू हुआ। यह सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा। 135.90 मीटर तक पहुंचा जलस्तर शनिवार शाम छह बजे 132.90 मीटर रहा। एसडीएम बाह अब्दुल बासित का कहना है कि करीब 20 हजार क्यूसेक पानी रोज कोटा बैराज से छोड़ा जा रहा है। नदी के जल में मामूली बढ़ोत्तरी हो सकती है। इसके बाद हालात सामान्य होने लग जाएंगे। मोटर बोट के संचालन से संतुष्ट नहीं ग्रामीण

रानीपुरा, भटपुरा और गोहरा में ग्रामीण प्रशासन के मोटर बोट से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि घंटों इंतजार के बाद मोटर बोट उन तक पहुंच रही है। ऐसे में बीमार व डिलीवरी के मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावितों के लिए चार मोटरबोट तैनात की हैं। इनमें दो मोटर बोट वन विभाग की और दो मोटर बोट चंबल सफारी की हैं। चारों के अलग-अलग प्वाइंट तय किए हैं। वहीं पीडब्ल्यूडी का स्टीमर रिजर्व रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इन गांवों में कराई फागिग

बाढ़ प्रभावित गांव उमरैठा पुरा, क्यौरी बीच का पुरा, क्यौरी ऊपरी पुरा, रेहा, बरैंडा और रनूपुरा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से फागिंग कराई गई। इन गांवों में शिविर का आयोजन कर दवाएं भी वितरित की गई। इन गांवो के रास्ते अभी भी जलमग्न

चंबल नदी की बाढ़ से करीब एक सप्ताह से गूढ़ा, गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा, भगवानपुरा, सिमराई, मऊ की मढैया, झरना पुरा, डालपुरा, उमरेठा पुरा, क्यौरी बीच का पुरा, क्यौरी ऊपरी पुरा, पिनाहट, रेहा, कछियारा के र्सपर्क मार्ग अभी भी पानी में डूबे है। नदी का जलस्तर 125 से नीचे होने पर ये रास्ते खुल पाएंगे। बाढ़ प्रभावितों से मिले सपा नेता रामजीलाल सुमन

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन शनिवार को बाढ़ग्रस्त गांव उमरैठा पुरा, क्यौरी बीच का पुरा पहुंचे। जहां वे प्रभावित ग्रामीणों से मिले और उनका हाल चाल लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बाढ़ पीडितों की कोई मदद नहीं की जा रही। लोग अपने स्तर से ही गुजारा करने को मजबूर हैं। उनके साथ सुधीर दुबे, हरिशंकर शर्मा, सचिन चतुर्वेदी, रामौतार शर्मा, नत्थीलाल शर्मा, धर्मेंद्र तोमर आदि मौजूद रहे।


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