श्रद्धा के साथ मनाया गुरु हरगोबिद साहिब का प्रकाश उत्सव
गुरुद्वारों में सजे कीर्तन दरबार कोरोना के खात्मे को प्रार्थना
आगरा, जागरण संवाददाता । सिख धर्म के छठे गुरु हरगोबिद साहिब का प्रकाश उत्सव शुक्रवार को श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। गुरुद्वारों में कीर्तन दरबार सजे। संगत ने गुरु ग्रंथ साहिब के आगे शीश नवाकर दुनिया से कोरोना के खात्मे को प्रार्थना की।
मुख्य कार्यक्रम सुखमनी सेवा सभा की ओर से गुरुद्वारा दुखनिवारण, लोहा मंडी में आयोजित किया गया।कार्यक्रम में सुखमनी साहिब के पाठ के बाद हरजिदर सिंह ने शबद गायन किया। सुखमनी सेवा सभा के वीर महेंद्र पाल सिंह ने भी शबद का गायन किया। अंत में पंज प्याले पंज पीर छठम पीर बैठा गुर भारी.. शबद का गायन किया गया। जयकारों की गूंज के बीच समूह संगत ने कीर्तन का आनंद लिया। कार्यक्रम को फेसबुक के माध्यम से भी प्रसारित किया गया। अंत में गुरु के अटूट लंगर का वितरण हुआ। गुरुद्वारा प्रमुख हरजिदर सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। बंटी ग्रोवर, संजय जट्टाना, गुरमीत सिंह सेठी, सतीश सिंह अरोड़ा, रोहित कत्याल, अशोक अरोड़ा, कुलदीप सिंह लखानी आदि उपस्थित रहे।
गुरुद्वारा दशमेश दरबार, शहीद नगर, विभव नगर में कीर्तनकार गुरशरण सिंह ने गुरुवाणी सुनाकर संगत को गुरुओं के बताए सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। ज्ञानी मंशा सिंह ने अरदास की और गुरु का हुकमनामा लिया। हरपाल सिंह, रविद्र सिंह ओबराय, श्याम भोजवानी, इंदरजीत सिंह, संतोख सिंह, त्रिलोचन सिंह, राजू सलूजा, सुरेंद्र सिंह, सतनाम सिंह आदि मौजूद रहे।
गुरुद्वारा साहिब, शाहगंज में फूलों से सजावट की गई और सुखमनी साहिब का पाठ हुआ। कीर्तन दरबार में ज्ञानी अमृतपाल सिंह ने संगत को निहाल किया। गुरु नानक नामलेवा साध संगत ने गुरु ग्रंथ साहिब के आगे शीश नवाया। संगत का आभार बाबी आनंद ने जताया।