Agra Metro: आगरा मेट्रो सेस वसूलने की शासन ने दी हरी झंडी, आसपास रहने वालों को लेनी होगी एनओसी
मेट्रो ट्रैक के 500-500 मीटर के दायरे में वसूला जाएगा नक्शा पास कराने के दौरान दस फीसद सेस। एडीए बोर्ड की बैठक से पास हो चुका है प्रस्ताव। मेट्रो के निर्माण में एडीए आवास विकास परिषद और उप्र औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 200 करोड़ रुपये देंगे।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा विकास प्राधिकरण को शासन ने मेट्रो सेस वसूलने की हरी झंडी दे दी है। ट्रैक के 500-500 मीटर के दायरे में नक्शा पास कराने के दौरान यह दस फीसद वसूला जाएगा। एडीए बोर्ड में पहले ही इसका प्रस्ताव पास हो गया है।
वर्तमान में एडीए 2040 रुपये प्रति वर्ग मीटर के दर से वाह्य विकास शुल्क वसूल रहा है। मुख्य नगर नियोजक, एडीए आरके सिंह ने बताया कि मेट्रो का निर्माण उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) द्वारा कराया जा रहा है। मेट्रो के निर्माण में एडीए, आवास विकास परिषद और उप्र औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा 200 करोड़ रुपये देंगे। शासन ने एडीए बोर्ड को अपने स्तर से सेस वसूलने के आदेश दिए हैं।
यूपीएमआरसी की एनओसी जरूरी : मेट्रो ट्रैक के 50-50 मीटर के दायरे में जो भी भवन स्वामी आएंगे। भवन की मरम्मत या फिर उसके निर्माण के लिए अब यूपीएमआरसी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेनी होगी। इसके बाद ही नक्शा पास होगा।
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में
- शहर में मेट्रो ट्रैक की लंबाई तीस किमी होगी।
- साढ़े 22 किमी एलीवेटेड और साढ़े सात किमी अंडरग्राउंड ट्रैक होगा।
- पहला कारिडोर सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक 14 किमी लंबा होगा।
- दूसरा कारिडोर आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक 16 किमी लंबा होगा।
- मेट्रो की कुल लागत 8379 करोड़ रुपये है।
- पीएसी ग्राउंड में पहला डिपो और कालिंदी विहार में मेट्रो का दूसरा डिपो बनेगा।
- बमरौली कटारा में मेट्रो का कास्टिंग यार्ड बनाया गया है।