जर्मन कंपनी ने आगरा में शुरू किया जूता उत्पादन
-चीन से काम समेटकर आगरा की कंपनी के साथ किया था करार -दुनिया भर में होगा निर्यात हर प्रदेश में बनेंगे डिस्ट्रीब्यूटरजागरण संवाददाता। कोरोना काल में चीन से काम समेटने वाली जर्मन कंपनी कासा एवर्ज जीएमबीएच ने
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में चीन से काम समेटने वाली जर्मन कंपनी कासा एवर्ज जीएमबीएच ने आगरा में उत्पादन शुरू कर दिया है। कंपनी ने आगरा की आइ-ट्रिक शू कंपनी से करार किया था। आगरा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के जूते का उत्पादन 'द नेचुरो ब्राड ग्लोबली' के नाम से किया जा रहा है।
गुरुवार को प्रदेश के सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने लखनऊ से और लूलू ग्रुप के निदेशक मुजीब रहमान ने दुबई से इसकी वर्चुअल लाचिंग की। राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि सरकार उद्यमियों के सपनों को हकीकत में बदलेगी। जर्मन कंपनी का चीन के स्थान पर आगरा में उत्पादन शुरू करना मेरे लिए गौरव की बात है, क्योंकि मैं आगरा से हूं। आइ-ट्रिक के चेयरमैन राजकुमार जैन ने कहा कि जब दुनिया कोरोना से कराह रही थी, तब हमने जर्मन कंपनी के साथ करार किया। शहर में इसका जूता उत्पादन शुरू होना, आगरा के जूता उद्योग के इतिहास में बड़ी उपलब्धि है। कंपनी के सीईओ आशीष जैन ने कहा कि जर्मन कंपनी से करार सिर्फ जूता उत्पादन में ही नहीं, बल्कि तकनीक, गुणवत्ता, मार्केटिंग के लिए भी है। अगले छह माह में हम दुनियाभर में इसका निर्यात करेंगे। मलेशिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दुबई, ओमान, कतर, श्रीलंका, बाग्लादेश में यह उत्पाद भेजा जाएगा। देश के हर प्रदेश में डिस्ट्रीब्यूटर बनाते हुए दो हजार दुकानों पर उत्पाद पहुंचाएंगे। कंपनी के निदेशक सुनील कुमार जैन ने कहा कि उत्पादन का पहला चरण पूरा हुआ है। इस तरह के 10 उत्पाद और हैं। इससे लोकल टू वोकल को बढ़ावा मिलेगा।
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स्प्रिंग लाइट तकनीक का प्रयोग
जूते में स्पि्रंग लाइट तकनीक और इटली का मैटेरियल प्रयोग किया गया है। इटली से आने वाले मैटेरियल का भविष्य में देश में ही उत्पादन किया जाएगा। आरामदायक और स्वास्थ्यप्रद जूता-चप्पल महिला, पुरुष व बच्चों सभी के लिए हैं। चमड़े का न होने से इसे धोया जा सकता है। पानी का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।