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पांच सालों में गारमेंट उद्योग में हुई 40 प्रतिशत की वृद्धि

- 120 गारमेंट निर्माता हैं आगरा में 250 करोड़ का कारोबार - 300 ट्रेडर करते हैं 300 करोड़ का कारोबार - गारमेंट निर्माता और ट्रेडर कर रहे टेक्सटाइल पार्क की मांग

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 06:00 AM (IST)
पांच सालों में गारमेंट उद्योग में हुई 40 प्रतिशत की वृद्धि
पांच सालों में गारमेंट उद्योग में हुई 40 प्रतिशत की वृद्धि

आगरा, प्रभजोत कौर। ताजमहल को प्रदूषण से बचाने की खातिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आगरा की फैक्ट्रियां बंद हो गईं। इस बीच कोई नया विकल्प नहीं मिला, बीच में बात आइटी सेक्टर की उठी, वह भी दम तोड़ गयी। अब फिर उम्मीद जागी है, प्रदूषण रहित गारमेंट उद्योग के रूप में। गारमेंट उद्योग ने पिछले पांच सालों में 40 प्रतिशत की वृद्धि की है। अब गारमेंट निर्माता और ट्रेडर टेक्सटाइल पार्क की मांग कर रहे हैं।

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आगरा में लगभग 120 गारमेंट निर्माता और लगभग 300 ट्रेडर हैं। सिर्फ गारमेंट निर्माताओं का ही सालाना 250 करोड़ का कारोबार है, ट्रेडिग बाजार 300 करोड़ का है। कुल मिलाकर 550 से 600 करोड़ रुपये का कारोबार अकेले गारमेंट उद्योग ही कर रहा है।

यहां जाते हैं आगरा में बने कपड़े

आगरा में कमलानगर, मोती कटरा,शाहगंज, बोदला, ट्रांस यमुना कॉलोनी, बल्केश्वर में कपड़े बनाने की फैक्ट्रियां हैं। यहां कमीजें, लोअर, केप्री, एथनिक वियर, शेरवानी, सूट, ट्राउजर बनते हैं। इस माल की पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश में काफी डिमांड है।

कई राज्यों से माल लाते हैं ट्रेडर

शहर के 300 ट्रेडर अहमदाबाद,पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, इंदौर, लुधियाना से माल लाकर रिटेलरों को सप्लाई करते हैं। सिधी बाजार, रावतपाड़ा,दरेसी,बिजलीघर,चित्रा टॉकीज मुख्य बाजार हैं।

गारमेंट फेयर में मिले ऑर्डर

कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए पिछले दिनों आगरा रेडीमेड गारमेंट संगठन ने चार दिन के गारमेंट फेयर का आयोजन किया था। इस फेयर में 78 से ज्यादा ट्रेडर और गारमेंट निर्माताओं ने भाग लिया था। चार दिन के फेयर में निर्माताओं और ट्रेडरों को 35 करोड़ से ज्यादा के ऑर्डर मिले थे।

टेक्सटाइल पार्क की हो रही मांग

गारमेंट निर्माता और ट्रेडर सरकार से पिछले पांच सालों से टेक्सटाइल पार्क की मांग कर रहे हैं। आगरा रेडीमेड गारमेंट संगठन के सचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि ऐसी जगह ढूंढ रहे हैं, जहां ट्रांसपोर्ट की सुविधा हो। इस बारे में राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह से भी वार्ता हुई है। वर्जन

गारमेंट उद्योग तेजी से आगे कदम बढ़ा रहा है। सरकार से हम टेक्सटाइल पार्क की मांग कर रहे हैं। हमारा उद्योग प्रदूषण रहित है। टेक्सटाइल पार्क बनने से रोजगार भी बढ़ेगा।

- संजीव अग्रवाल, अध्यक्ष, आगरा रेडीमेड गारमेंट संगठन एक जगह पर काम करने में आसानी होगी, अभी हम बिखरे हुए हैं। व्यापारियों के साथ ही रिटेलर को भी फायदा होगा।

- पवन गुप्ता, ट्रेडर


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