Gardening Tips: गुणाें से भरपूर है पान का पौधा, इन 14 आसान स्टेप्स से इस मानसून बढ़ाएं घर की खूबसूरती
पान का पौधा जो दिखने में कुछ कुछ मनी प्लांट जैसा होता है। नमी वाले स्थान में रखने से दिन रात बढ़ता है पान का पौधा। धूप से बचाव और उचित पानी के छिडकाव से दे सकते हैं पौधे को लंबी उम्र।
आगरा, जागरण संवाददाता। सनातन धर्म के हर कर्म कांड, पूजन विधान में पान के पत्ते का प्रयोग जरूर ही माना जाता है। भगवान को अर्पित करने से लेकर जल के छिड़काव तक में पान के पत्ते का प्रयोग होता है। वास्तु के अनुसार पान का पौधा घर में लगाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। वहीं प्रतिदिन पान के पत्ते का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है। हॉर्टिकल्चरिस्ट अनीता यादव के अनुसार पान के पत्ते में मौजूद विटामिन शरी को तंदरुस्त रखने का काम करते हैं। यदि घर में ही पान के पौधे को लगा लें तो पूजा पाठ के लिए बाजार जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह पौधा घर को अपनी खुशबू और सकारात्मक उर्जा से समृद्ध रखता है। बरसात के दिनों में पान का पौधा लगाने से ये साल भर हरा भरा रहता है।
ये है लगाने का तरीका
1- घर में पान का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले अच्छे बीज का चुनाव करें।
2- मिट्टी के गमले में डालकर दो से तीन दिन धूप में रख दें।
3- मिट्टी थाेड़ी हल्की हो जाए तो उसमें खाद डालकर फिर से धूप में रख दें।
4- जब मिट्टी थोड़ी नरम हो जाए तो बीज को गमले में दो से तीन इंच मिट्टी के अंदर डालकर गमले को कम धूप वाली जगह पर रखें।
5- पौधे को उगाने के लिए जैविक या कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल काफी अच्छा रहेगा।
6- रसायनिक खाद की जगह आप एेसे गोबर की खाद का ही इस्तेमाल करें।
7- पान के बीज लगाने के बाद गमले में समय− समय पर पानी देते रहें। ध्यान रखें पानी की मात्रा भी ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
8- जब मिट्टी सूख रही हो तो गमले में पानी जरूर डालें।
9- करीब दो हफ्ते बाद गमले में बीज अंकुरित होने लगेगा।
10- बीज अंकुरित होने के बाद एक या दो बार खाद गमले में जरूर डालें।
11- खाद डालने के बाद पानी डालना न भूलें।
12- तीन से चार हफ्ते बाद गमले के बीज में एक छोटा लकड़ी लगा दें।
13- लकड़ी पान के पौधे को बढ़ाने में मदद करती है।
14-पांच- छह हफ्ते के बाद पान के पत्ते पौधे में दिखने लगेंगे। तब आप उस पत्ते का इस्तेमाल पूजा पाठ में बड़ी आसानी से कर सकेंगे।
हॉर्टिकल्चरिस्ट अनीता यादव