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Gangster of thugs: सरगना ने उगले राज तो खुला गिरोह का खेल, पुलिस भी हुई हैरान

Gangster of thugs ताजगंज पुलिस ने गिरोह के मुख्य अभियुक्त प्रधान पुत्र राकेश चौधरी को दबोचा। 25 हजार रुपये का इनामी था वांछितपूछताछ में खुला गिरोह का खेल।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 07:43 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 07:43 PM (IST)
Gangster of thugs: सरगना ने उगले राज तो खुला गिरोह का खेल, पुलिस भी हुई हैरान
Gangster of thugs: सरगना ने उगले राज तो खुला गिरोह का खेल, पुलिस भी हुई हैरान

आगरा, जागरण संवाददाता। सेना में भर्ती का झांसा देकर युवकों से ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शातिर ने पुलिस पूछताछ गिरोह के ठगी के खेल काे खोला। अब तक करीब दाे सौ लोगों को सेना में भर्ती के नाम पर रकम वसूलने की जानकारी दी। भर्ती में शामिल होने वाले प्रत्येक युवक से गिरोह पांच से छह लाख रुपये तक वसूल करता था। इस तरह गिरोह सात से आठ साल के दौरान दस करोड़ रुपये कमा चुका है। गिरफ्तार किए गए इनामी के पास दो से ढाई करोड़ रुपये की संपत्ति बतायी गयी है।

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पुलिस लाइन में सोमवार को हुुई प्रेसवार्ता में एसएसपी बबलू कुमार ने बताया सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का 28 जून को पर्दाफाश करके चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें ताजगंज के गांव बुढ़ाना का उदय सिंह यादव और बुलंदशर के थाना खानपुर कोतवाली देहात निवासी अजय सिंह ठाकुर, आकाश सोलंकी एवं उसके पिता अजय सोलंकी को जेल भेजा था। चारो से पूछताछ में मुख्य अभियुक्त राकेश चौधरी निवासी बुढ़ेहरा ताजगंज का नाम बताया था। ग्राम प्रधान पुत्र राकेश चौधरी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। राकेश चौधरी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह और उदय अपने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से सेना में भर्ती होने की तैयारी करते युवकों को तलाश करते थे। उन्हे सेना में भर्ती कराने का विश्वास दिलाते, इसके बदले में पांच से छह लाख रुपये तक लेते थे।

वह हर भर्ती में 100 से 150 लोगों से संपर्क करते और उनसे रकम लेते थे। इनमें 30 से 40 लोग ऐसे होते जो खुद अपनी क्षमता और योग्यता के बूते भर्ती हो जाते थे। मगर,गिरोह यह प्रदर्शित करता कि उसने भर्ती कराया है। उन लोगों द्वारा दी गयी रकम गिरोह के सदस्य आपस में बांट लेते थे। वहीं जो लोग भर्ती नहीं हो पाते, उनकी पूरी रकम वह लौटा देते। इससे भर्ती नहीं होने पर भी वह उनकी शिकायत नहीं करते थे। एसएसपी ने बताया आरोपित राकेश चौधरी ने भर्ती का झांसा अब तक दो सौ लोगों से रकम लेने की बताया है। वह भर्ती होने वाले प्रत्येक युवक से पांच से छह लाख रुपये लेते थे। इस तरह गिरोह द्वारा धोखाधड़ी करके कमायी रकम दस करोड़ होती है। आरोपित राकेश चौधरी ने अपनी दो से ढाई करोड़ की संपत्ति बनायी है।इसमें प्लाट,खेती और दो गाड़ी समेत अन्य चीजें हैं।उसकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

शामली में गिरफ्तार गिरोह से मिला था सुराग

ताजगंज के उदय सिंह यादव और राकेश चौधरी के बारे में शामली पुलिस द्वारा गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों सतीश, सवेंद्र और साधू यादव से पूछताछ में जानकारी मिली थी। शामली पुलिस की सूचना पर यहां की पुलिस ने उदय समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था। उस समय राकेश चौधरी हाथ नहीं आया था।

राकेश चौधरी से पूछताछ में मिली जानकारी से सेना रिक्रूटमेंट बोर्ड के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। इससे कि वह अपने स्तर से भी इसकी सत्यता की जांच करा सकें। आरोपित राकेश चौधरी की संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

बबलू कुमार एसएसपी 


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