बुखार का कहर, चार बच्चों और वृद्धा की मौत
पिनाहट में अब 30 और बरहन में 18 की हो चुकी है मौत स्वास्थ्य अधिकारी बेसुध
जागरण टीम, आगरा। बुखार का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को बुखार से मलपुरा में दो, बरहन में दो और पिनाहट में एक की मौत हो गई। पिनाहट में अब तक 30 की मौत हो चुकी है। इनमें 28 बच्चे शामिल हैं। वहीं बरहन में 18 की मौत हो चुकी है।
मलपुरा: धनौली के नगला बिछिया वाली बस्ती निवासी जूता कारीगर रवि के आठ वर्षीय बेटे तोयेश उर्फ कलुआ को रविवार को बुखार आया था। पहले स्थानीय चिकित्सक से ही इलाज कराया। बाद में उसे हरीपर्वत स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां चिकित्सकों ने डेंगू की पुष्टि की। मंगलवार सुबह तबीयत बिगड़ने पर स्वजन उसे लेकर भगवान टाकीज स्थित अस्पताल पहुंचे। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अजीजपुर निवासी रामवीर प्रजापति की सात वर्षीय बेटी दीपा को छह अक्टूबर को तेज बुखार आया था। स्वजनों ने पास के ही चिकित्सालय में उसे भर्ती कराया। तबीयत में सुधार न होने पर ताजगंज स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान दीपा की मौत हो गई।
बरहन: क्षेत्र में बुखार से दो की मौत हो गई। बैनई गांव निवासी मजदूर विनोद कुमार की चार वर्षीय बेटी चारू को 10 दिन से बुखार था। स्वजन झोलाछाप से इलाज करा रहे थे। विनोद कुमार ने बताया कि हालत बिगड़ने पर चारू को शहर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां मंगलवार शाम उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बुर्ज अतिवल निवासी 65 वर्षीय रामबुली त्यागी पत्नी मूलचंद को 12 दिन से बुखार था। स्वजन ने उन्हें ट्रांसयमुना स्थित अस्पताल में भर्ती कराया था। मंगलवार शाम उनकी मौत हो गई। बरहन क्षेत्र में ये 18वीं मौत है।
पिनाहट: मंगलवार को कस्बे के ही साकिर की एक साल की बेटी सनाजा की मौत ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। सनाजा को तीन दिन से बुखार था। रिश्तेदारों के कहने पर सोमवार शाम ग्वालियर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था।