Examinations: तीसरी आंख की नजर से नहीं बच रहे विवि परीक्षाओं में नकलची
कॉलेजों के सीसीटीवी कैमरों से रखी जा रही नजर। कंट्रोल रूम में लगाए गए कंप्यूटर। संदिग्ध की सूचना दे रहे कॉलेज को।
आगरा, जागरण संवाददाता। कमरा नंबर चार में नीले रंग की कमीज पहना छात्र संदिग्ध लग रहा है...लाल सूट में बैठी छात्रा के हाथ में पेपर है, जांच करिए...कॉलेज में अचानक से आती इन आवाजों से खलबली मच जाती है। डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि की मुख्य परीक्षाओं में नकल माफिया पर नकेल कसने के लिए इस साल सीसीटीवी कैमरों से परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जा रही है। कोरोना के कारण हुई छुट्टियों में कॉलेजों को अपनी सभी जरूरी काम निपटाने के आदेश कुलपति द्वारा दिए गए हैं।
विवि परीक्षाओं को नकल माफिया के पंजे से छुड़ाने के लिए इस बार विवि प्रशासन द्वारा सख्ती बरती जा रही है। कई नए कदम उठाए गए हैं। इस साल कुलपति कार्यालय के ऊपर एक सेंटर तैयार किया गया है। इस सेंटर में आठ-नौ कंप्यूटर लगे हैं। इनमें सभी जिलों के कॉलेजों के सीसीटीवी अटैच हैं। सेंटर पर तैनात टीम हर कॉलेज के सीसीटीवी से परीक्षार्थियों पर नजर रखी जा रही है। जिन परीक्षार्थियों की हरकतें संदिग्ध लगती हैं, तुरंत कॉलेज प्रशासन को सूचित किया जाता है।
तीन दिन में बदल जाती है टीम
इस साल कुलपति ने एक और कदम उठाया है। फ्लाइंग स्कवायड का शेड्यूल बदल दिया है। जितनी भी टीम बनती हैं, उन्हें तीन दिन में बदल दिया जाता है यानी एक टीम को तीन परीक्षा दिवस के लिए ही काम करना है। फ्लाइंग स्कवायड प्रभारी डॉ. लवकुश मिश्रा ने बताया कि पिछले साल तक टीमें पूरी परीक्षा के दौरान काम करती थीं। इससे कॉलेज कई बार साठगांठ कर लेते थे। इस कॉकस को तोडऩे के लिए इस साल उडऩदस्तों में आवासीय संस्थानों के शिक्षकों को शामिल किया गया। उच्च शिक्षाधिकारी के साथ भी दो उडऩदस्ते बनाए गए हैं।
हर हफ्ते होगी यूएफएम की मीटिंग
पिछले साल तक अनफेयर मींस(यूएफएम) की मीटिंग परीक्षा खत्म होने के बाद होती थी। इसमें पूरी परीक्षा के दौरान जितने भी नकलची पकड़े जाते थे या शिकायतें दर्ज होती थीं। उन पर कार्यवाही होती थी। कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने इसमें भी बदलाव किए हैैं। उद्देश्य है कि परीक्षाओं के अंत में कार्यवाही क्यों हो। हर हफ्ते यूएफएम की मीटिंग होगी, जिसमें दर्ज शिकायतों पर कार्यवाही की जाएगी।
कुलपति खुद करेंगे निरीक्षण
नोडल केंद्रों से लेकर परीक्षा केंद्रों तक का औचक निरीक्षण खुद कुलपति करेंगे। पेपर कितने बजे परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे, इसकी जानकारी भी कुलपति लेंगे। जिन कॉलेजों में सीसीटीवी काम नहीं कर रहे हैं, उन्हें निर्देशित कर दिया गया है कि वे छुट्टियों में सभी काम निपटा लें।