Surrogacy Gang: कोख के सौदागरों ने 'किराए की कोख' के प्रसव को बनाए फर्जी रिश्ते
Surrogacy Gang अमित को अयूब का दोस्त बना कराया था रूबी का प्रसव। फरीदाबाद के गेटवेल हॉस्पिटल के दस्तावेजों में हैं अमित के हस्ताक्षर। पुलिस अमित की भूमिका की कर रही जांच।
आगरा, यशपाल चौहान। कोख के सौदागरों के गैंग की एजेंट नीलम बचने का हर हथकंडा जानती थी। किराए की कोख के प्रसव को उसने फर्जी रिश्ते बनाए थे। गेटवेल हॉस्पिटल में अमित को रूबी के पति का दोस्त बनाकर हस्ताक्षर करा। खुद दूसरी महिला की रिश्तेदार बन गई। अब पुलिस गैंग में अमित की भूमिका की भी जांच कर रही है।
फतेहाबाद क्षेत्र से 19 जून को पुलिस ने फरीदाबाद के सेक्टर 31 निवासी नीलम, रूबी, प्रदीप और दिल्ली के अमित और राहुल को गिरफ्तार किया था। इनसे तीन बच्चियां बरामद हुई थीं। पूछताछ में पुलिस काे पता चला कि अवैध तरीके से सरोगेसी कराने के बाद यह गैंग नेपाल में बच्चियों को पहुंचाने जा रहा था। नीलम बेहद शातिर अंदाज में काम कर रही थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि फरीदाबाद के गेटवेल हॉस्पिटल में 19 मई को रूबी व एक अन्य महिला विमला देवी का प्रसव हुआ था। दोनों को नीलम और अमित वहां लेकर पहुंचे थे। नीलम ने दोनों महिलाओं को बिहार का बताया था। विमला का बिहार के पते का आधार कार्ड भी दिया। उसकी खुद रिश्तेदार बनी और कागजी औपचारिकताएं पूरी कीं। जबकि अमित को रूबी के पति अयूब का दोस्त बताया। डॉक्टर को बताया था कि दोनों के पति बिहार में हैं। लॉकडाउन के कारण वे नहीं आ पा रहे हैं। अमित से ही रूबी के प्रसव के समयअस्पताल के दस्तावेजों में हस्ताक्षर कराए। अभी तक पुलिस की जांच में अमित की भूमिका स्पष्ट नहीं थी। अब उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। अमित का पता दिल्ली के बदरपुर का लिखा है। मगर, वह गोरखपुर का मूल निवासी बताया गया है। पुलिस अब उससे एक बार फिर पूछताछ कर हकीकत जानेगी। साथ ही अपने स्तर से भी इसकी जानकारी करेगी।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि रूबी का पति बिहार में नहीं फंसा था। उसके पति से रिश्ते ठीक नहीं है। इसीलिए वह अलग रहती है। रूबी के पति का नाम अयूब उर्फ जफर उर्फ जफरू हैं। पुलिस रूबी के पति से भी हकीकत जानने को संपर्क करेगी। गेटवेल हॉस्पिटल में प्रसव कराने के बाद गायब विमला देवी का अस्पताल में स्थानीय पता नहीं लिखा है। उसकी भी पुलिस तलाश कर रही है।
आरोपित अदालत में तलब, आज होगा पीसीआर पर फैसला
इंस्पेक्टर फतेहाबाद प्रदीप कुमार ने गुरुवार को नीलम, रूबी और प्रदीप को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। इसमें आरोपितों से दो गायब बच्चों की बरामदगी कराने के लिए रिमांड की आवश्यकता बताई गई है। सीजेएम ने प्रार्थना पत्र पर सुनवाई को शुक्रवार की तिथि नियत की। आरोपितों को भी उन्होंने अदालत में तलब किया है।