पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने दर्ज किया मुकदमा, छह आरोपित हिरासत में
प्रबंधक ने अपने मोबाइल से पेपर का फोटो खींचकर अन्य नंबर पर भेजा था। इसके बाद आया था उस नंबर से जवाब भी।
आगरा [जेएनएन]: पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर वाट्सएप पर लीक करने के मामले में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार प्रबंधक अरुण सारस्वत समेत छह के खिलाफ खंदौली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और छल करने की धाराओं में मुकदमा लिखा गया है। खंदौली के नगला नीम स्थित बीएल महाविद्यालय का अरुण सारस्वत प्रबंधक है। महाविद्यालय पुलिस भर्ती परीक्षा का केंद्र था। अरुण पर आरोप है कि उसके कॉलेज के अंदर रहते हुए मोबाइल से पेपर का फोटो पांच लड़कों को भेजा था। गुरुवार शाम को एसटीएफ ने शक के चलते गुरुवार शाम को कुलदीप पुत्र सुधीर सिंह राजू पुत्र रनवीर निवासी नगला हंसराम ताल फिरोजाबाद, चन्द्रवीर पुत्र राजेन्द्र निवासी नगला करता इगलास अलीगढ़, मोनू पुत्र किशन सिंह निवासी कुरसंडा सादाबाद, अरुण पुत्र गिर्राज किशोर सारस्वत निवासी खंदौली हिरासत में लिये थे। पूछताछ के बाद शुक्रवार सुबह सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
क्या था पूरा मामला
गुरुवार को दोपहर तीन से पांच बजे की पाली में पुलिस भर्ती को लिखित परीक्षा थी। एसटीएफ ने खंदौली के नगला नीम स्थित बीएल महाविद्यालय में बने सेंटर पर छापा मारकर प्रबंधक समेत कई अन्य को उठा किे थे। प्रबंधक ने पेपर का अपने मोबाइल में फोटो खींचकर सेंटर के बाहर दूसरे नंबर पर भेजा था। इसके बाद उधर से भी एक मैसेज प्रबंधक के मोबाइल पर आया। इससे साफ है कि प्रबंधक की मंशा पेपर आउट करने की रही होगी। यह भी जांच चल रही है कि मोबाइल सेंटर के अंदर कैसे पहुंचा?
समय खत्म होने से कुछ देर पहले भेजा गया मैसेज
जिस कॉलेज में परीक्षा केंद्र बना था, उसके प्रबंधक ने गुरुवार को शाम 4:40 बजे पेपर वाट्सएप किया था। जबकि पांच बजे परीक्षा खत्म होने का समय था। उसने आखिरी वक्त में ही क्यों वाट्सएप किया? इस सवाल का जवाब भी एसटीएफ तलाश रही है।